Home Blog Page 108

हाथ से खाना खाने से होते हैं ये अनोखे लाभ, शरीर रहता है स्वस्थ और रोग रहते हैं कोसों दूर

0
food with hand

प्राचीन काल से ही भारतीय संस्कृति के लोग हाथ से खाना खाना बहुत ही पसंद करते हैं. लेकिन पाश्चात्य संस्कृति का हमारी संस्कृति पर इतना व्यापक प्रभाव पडा हैं कि हमने हाथ से खाना ही छोड़ दिया हैं और पाश्चात्य संस्कृति की ही भांति खाने के लिए कांटे और चम्मच का प्रयोग करते हैं. लेकिन काँटे और चम्मच का प्रयोग कर भोजन का सेवन करने वाले व्यक्ति इस बात से अनजान हैं कि हाथ से खाना खाने के भी बहुत से फायदे हैं.

■   सोने से पहले बस एक चम्मच, खुल जाएगी आपकी हर नस

पेट और मस्तिष्क का संबंध

आयुर्वेद की दृष्टि से जब हम अपने हाथों से खाना कहते हैं तो हमारे पेट के द्वारा मस्तिष्क को यह संकेत दिया जाता हैं कि हम खाना खाने वाले हैं और यह संकेत प्राप्त कर पेट हमारे द्वारा खाए जाने वाले भोजन को पहले ही पचाने के लिए तैयार हो जाता हैं. इस क्रिया का यह लाभ होता हैं कि इस प्रकार मस्तिष्क और पेट का एक दूसरे  को संकेत देने से हमारे शरीर की पाचन क्रिया में सुधार आता हैं और हमारा ध्यान खाने की ओर अधिक होता हैं.

हेल्थ से जुड़ी सारी जानकारियां जानने के लिए तुरंत हमारी एप्प इंस्टॉल करें। हमारी एप को इंस्टॉल करने के लिए नीले रंग के लिंक पर क्लिक करें –

http://bit.ly/ayurvedamapp

पांच तत्व

आयुर्वेद में हाथ से भोजन करने के बहुत से लाभों की चर्चा की गई हैं. इसमें बताया गया हैं कि मनुष्य का शरीर पांच तत्वों के के योग से बना हैं. जिन्हें “जीवन ऊर्जा” के नाम से जाना जाता हैं. आयुर्वेद के अनुसार जिन पांच तत्वों से मानव शरीर की रचना हुई हैं. ये पांच तत्व हमारे हाथ की उँगलियों में उपस्थित रहते हैं और हमारे हाथ की पांच उँगलियाँ इन तत्वों की ही प्रतीक हैं.

  • अंगूठा अग्नि का चिन्ह हैं
  • तर्जनी उंगली वायु की प्रतीक हैं
  • मध्यमा उंगली आकाश का चिन्ह हैं
  • अनामिका उंगली पृथ्वी का चिन्ह माना जाता हैं
  • मनुष्य के हाथ की सबसे छोटी उंगली जल तत्व की प्रतीक हैं
■   ये पौधा गठिया, यूरिक एसिड और लिवर के लिए किसी वरदान से कम नही

ऐसा माना जाता हैं कि यदि इन पाँचों तत्वों में से कोई भी तत्व असंतुलित हो जाता हैं तो यह असंतुलन व्यक्ति की बीमारी का कारण बन सकता हैं.

मिर्च

अक्सर कुछ लोग जब भी भोजन करते हैं तो उसके साथ हरी मिर्च का भी सेवन करते हैं. हरी मिर्च का भोजन के साथ सेवन करना स्वास्थ्य की दृष्टि से बहुत ही अच्छा होता हैं. माना जाता हैं कि जो व्यक्ति रोजाना भोजन के साथ मिर्च को खाता हैं उसके शरीर का पाचन तंत्र हमेशा ठीक रहता हैं और उसे अपच जैसी समस्या नहीं होती.

खाना खाने की मुद्रा

आयुर्वेदानुसार जब भी हम भोजन का सेवन करते हैं तो अपनी उँगलियों का और अंगूठे का प्रयोग करते हैं. उँगलियों और अंगूठे को मिलाकर खाना खाने की यह एक मुद्रा होती हैं. जिसे मुद्रा विज्ञान माना गया हैं और यह कहा गया हैं कि मुद्रा का विज्ञान वह ज्ञान हैं जिसमें मनुष्य के शरीर को निरोग रखने की क्षमता निहित होती हैं.

■   शरीर की पाचन प्रणाली को मजबूत करने का प्रभावी तरीका

ऊर्जा की एकजुटता

ऐसा माना जाता हैं कि जब हम भोजन का सेवन करते हैं तो हमारे हाथ में स्थित इन पाँचों तत्वों की ऊर्जा हमारे भोजन को और ऊर्जावान बना देती हैं. जिससे हम स्वस्थ रहते हैं और हमारे शरीर के अंदर प्राणधार की ऊर्जा संतुलित रहती हैं.

माइंडफुल ईटिंग

जब आप हाथ से खाना खाते हैं तो आपका विशेष ध्यान आपके खाने पर होता हैं और जब निवाला मुंह में डालते हैं तो भी आप खाने की ओर एक बार जरूर देखते हैं. इस प्रकार खाने को देख देखकर खाना ही माइंडफुल ईटिंग कहलाता हैं. इस प्रकार खाना खाना चम्मच और कांटे का प्रयोग कर खाना खाने से ज्यादा अच्छा और लाभप्रद होता हैं. इसीलिए हमें हाथों का प्रयोग कर ही खाना खाना चाहिए.

माइंडफुल ईटिंग के फायदे

माइंडफुल ईटिंग के बहुत से फायदे होते हैं जिनकी जानकारी नीचे दी गई हैं.

हमारे यूट्यूब चैनल को SUBSCRIBE करने के लिए लाल रंग के लिंक पर क्लिक करें –

http://bit.ly/30t2sCS

■   6 लौंग 6 रात और परिणाम आप को हैरान कर देंगे !! 

ठन्डे गर्म का अंदाजा

माइंडफुल ईटिंग का एक और लाभ यह हैं कि जब भी आप खाना खाते हैं तो अपने हाथ से भोजन को स्पर्श करते हुए आपको यह पता चल जाता हैं कि भोजन अधिक गर्म हैं या नहीं. यदि भोजन अधिक गर्म होता हैं तो आप इसे कुछ देर के बाद खाते हैं और आपकी जीभ भी जलने से बच जाती हैं. इसके विपरीत जब आप चम्मच का या कांटे का प्रयोग कर भोजन खाते हैं तो आपको खाना कितना गरम हैं इसका पता ही नहीं चलता और आपकी जीभ जल जाती हैं.

पोषक तत्व

माइंडफुल ईटिंग क्रिया का अनुसरण करते हुए भोजन का सेवन करने का एक विशेष फायदा यह हैं कि इससे भोजन में उपस्थित पोषक तत्वों की मात्रा और अधिक बढ़ जाती हैं और जब हम इस भोजन का सेवन करते हैं तो हमारे शरीर की पाचन क्रिया भी ठीक रहती हैं. जिससे हम हमेशा स्वस्थ रहते हैं.

■   ख़राब पाचन शक्ति ठीक करने के 5 आसान घरेलू उपाय और देसी नुस्खे

डेंगू, मलेरिया में प्लेटलेट्स की मात्रा कम होने पर करें इन चीज़ों का सेवन, मिनटों में बढ़ेंगे प्लेटलेट्स

5
dengue

ये तो सभी जानते हैं कि डेंगू और मलेरिया होने पर प्लेटलेट्स काउन्ट कम हो जाता है। असल में प्लेटलेट्स कम होने पर रक्त का थक्का अच्छी तरह से जम नहीं पाता है जो किसी भी तरह से चोट लगने पर शरीर से ब्लड लॉस होने से रोकता है। एक स्वस्थ इंसान को 150,000 से 450,000 प्लेटलेट्स हर माइक्रोलीटर ब्लड में ज़रूरत होती है। कुछ फूड्स ऐसे होते  हैं जिनके सेवन से प्लेटलेट्स की मात्रा बढ़ जाती है।

हेल्थ से जुड़ी सारी जानकारियां जानने के लिए तुरंत हमारी एप्प इंस्टॉल करें। हमारी एप को इंस्टॉल करने के लिए नीले रंग के लिंक पर क्लिक करें –

http://bit.ly/ayurvedamapp

■   एक पत्ता आपकी लीवर, किडनी और हार्ट को 70 साल तक बीमार नहीं होने देगा

ड्रागन फ्रूट

वैसे तो इस फल को विदेशी माना जाता है लेकिन ये मार्केट या सूपरमार्केट में आसानी से मिल जाता है। ये देखा है कि डेंगू के मरीज को ये फल देने पर प्लेटलेट्स काउन्ट बढ़ाने में बहुत मदद मिलता है।

dragon fruit

पपीता का पत्ता

पपीते के पत्ते में काइमोपेपाइन और पेपाइन नामक एन्जाइम होता है जो प्लेटलेट्स काउन्ट्स को बढ़ाने का काम करता है विशेषकर डेंगू के दौरान। पपीते के पत्ते को 15 मिनट तक उबालने के बाद दिन में दो बार इस पानी को पीने से लाभ मिलता है।

papaya leaves

■   पपीता और नींबू का एक साथ सेवन करने से होते है ये हैरान कर देने वाले फायदे

कीवी

कीवी प्लेटलेट्स काउन्ट बढ़ाने में बहुत मदद करता है और सबसे अच्छी बात ये है कि अब ये सब जगह पाया जाता है। उपचार के दौरान दिन में कम से कम दो कीवी खाने से लाभ मिलता है। यहां तक कि जो एनिमिया या विटामिन बी की कमी और वायरल इंफेक्शन से कष्ट पा रहे होते हैं उन्हें भी फायदा पहुँचता है।

हमारे यूट्यूब चैनल को SUBSCRIBE करने के लिए लाल रंग के लिंक पर क्लिक करें –

http://bit.ly/30t2sCS

kiwi

डेयरी प्रॉडक्ट

दूध और दूध  से बने चीज कैल्सियम का स्रोत होते हैं जो उपचार के दौरान प्लेटलेट्स काउन्ट बढ़ाने में बहुत सहायता करते हैं। अगर आप कैल्सियम भरपूर मात्रा में नही लेंगे तो रक्त का थक्का नहीं बनेगा।

dairy product

■   सिर्फ 5 दिन दूध के साथ इस चीज का सेवन करने से कमजोरी हो जाती है जड़ से खत्म

उँगलियों को रगड़कर करें शरीर के सभी दर्द को जड़ से दूर

7
finger pressing

संवेदनशीलता की प्राचीन जापानी कला (Jin Shin Jyutsu method) के अनुसार, प्रत्येक उंगली विशेष बीमारी और भावनाओं के साथ जुडी होती है। हमारे हाथ की पांचो उंगलिया शरीर के अलग अलग अंगों से जुडी होती है |इसका मतलब आप को दर्द नाशक दवाइयां खाने की बजाए इस आसान और प्रभावशाली तरीके का इस्तेमाल करना करना चाहिए | आज इस लेख के माध्यम से हम आपको बतायेगे के शरीर के किसी हिस्से का दर्द सिर्फ हाथ की उंगली को रगड़ने से कैसे दूर होता है |

हेल्थ से जुड़ी सारी जानकारियां जानने के लिए तुरंत हमारी एप्प इंस्टॉल करें। हमारी एप को इंस्टॉल करने के लिए नीले रंग के लिंक पर क्लिक करें –

http://bit.ly/ayurvedamapp

■   रात को सोने से पहले इसका सेवन करने से यह शक्ति बढ़ाएँ रोगों से बचाएँ, एनर्जी लाएँ कमज़ोरी मिटाएँ..!!

हमारे हाथ की अलग अलग उंगलिया अलग अलग बीमारियों और भावनाओं से जुडी होती है | शयद आप को पता न हो , हमारे हाथ की उंगलिया चिंता , डर और चिड़चिड़ापन दूर करने की क्षमता रखती है | उंगलियों पर धीरे से दबाव डालने से शरीर के कई अंगो पर प्रभाव पड़ेगा |

अंगूठा

हाथ का अंगूठा हमारे फेफड़ो से जुड़ा होता है | अगर आप की दिल की धड़कन तेज है तो हलके हाथो से अंगूठे पर मसाज करे और हल्का सा खिचे | इससे आप को आराम मिलेगा |

तर्जनी

ये उंगली आंतों gastro intestinal tract से जुडी होती है | अगर आप के पेट में दर्द है तो इस उंगली को हल्का सा रगड़े , दर्द गयब हो जायेगा

■   पेट की चर्बी देखते ही देखते हवा में गायब कर देगा ये रामबाण उपाय

बीच की उंगली

ये उंगली परिसंचरण तंत्र तथा circulation system से जुडी होती है | अगर आप को चक्कर या आपका जी घबरा रहा है तो इस उंगली पर मालिश करने से तुरंत रहत मिलेगी

तीसरी उंगली

ये उंगली आपकी मनोदशा से जुडी होती है | अगर किसी कर्ण आपका मनोदशा अच्छा नहीं है या शांति चाहते हो तो इस उंगली को हल्का सा मसाज करे और खिचे ,आपको जल्द ही इस के अच्छे नतीजे प्राप्त हो जयेगे , आप का मूड खिल उठेगा

हमारे यूट्यूब चैनल को SUBSCRIBE करने के लिए लाल रंग के लिंक पर क्लिक करें –

http://bit.ly/30t2sCS

छोटी उंगली

छोटी उंगली का किडनी और सिर के साथ सम्बन्ध होता है | अगर आप को सिर में दर्द है तो इस उंगली को हल्का सा दबाये और मसाज करे , आप का सिर दर्द गायब हो जाये गा | इसे मसाज करने से किडनी भी तंदरुस्त रहती है |

■   चेहरे को कभी बूढ़ा नहीं होने देंगी ये दो पत्तियां ऐसे करें इस्तेमाल 

गोरख मुंडी बूढ़े में जवानी भर दे, आँखों को 6/6 और बुद्धि को प्रखर कर दे, सैकडों रोगों का अद्भुत रामबाण उपाय, जरूर पढ़े और शेयर करे

1
gorakhmudi
gorakhmudi

गोरख मुंडी एक वर्षीय, प्रसर वनस्पति है, जो धान के खेतों तथा अन्य नम स्थानों में वर्षा के बाद निकलती है, यह किंचित लसदार, रोमश और गंध युक्त होती है।इसमें कांड पक्षयुक्त, पत्र विनाल, कांडलग्न और प्राय: व्यस्त लट्वाकार और पुष्प सूक्ष्म ‘किरमजी’ रंग के और मुंडकाकार व्यूह में पाए जाते हैं, यह कटुतिक्त, उष्ण, दीपक, कृमिघ्न, मूत्रजनक रसायन और वात तथा रक्त विकारों में उपयोगी मानी जाती है, इसमें कालापन लिए हुए लाल रंग का तेल और कड़वा सत्व होता है।

■   2 रुपये की मूली बवासीर को जड़ से खत्म कर देगी

इसका तेल त्वचा और वृक्क द्वारा नि:सारित होता है, अत: इसके सेवन से पसीने और मूत्र में एक प्रकार की गंध आने लगती है, मूत्रजनक होने और मूत्रमार्ग का शोधन करने के कारण मूत्रेंद्रिय के रोगों में इससे अच्छा लाभ होता है, गर्भाशय, योनि सम्बन्धी अन्य बीमारियों, पथरी-पित्त, सिर की आधाशीशी आदि में भी यह अत्यन्त लाभकारी औषधि है।

हेल्थ से जुड़ी सारी जानकारियां जानने के लिए तुरंत हमारी एप्प इंस्टॉल करें। हमारी एप को इंस्टॉल करने के लिए नीले रंग के लिंक पर क्लिक करें –

http://bit.ly/ayurvedamapp

गोरख मुंडी को संस्कृत में इसकी श्रावणी महामुण्डी अरुणा, तपस्विनी तथा नीलकदम्बिका आदि कई नाम हैं। यह अजीर्ण, टीबी, छाती में जलन, पागलपन, अतिसार, वमन, मिर्गी, दमा, पेट में कीड़े, कुष्ठरोग, विष विकार, असमय बालो का सफ़ेद होना, आँखों के रोग आदि में तो लाभदायक होती ही है, इसे बुद्धिवर्द्धक भी माना जाता है, गोरखमुंडी की गंध बहुत तीखी होती है।

asthma

गोरख मुंडी एक एसी औषधि है जो आंखो को जरूर शक्ति देती है,अनेक बार अनुभव किया है, आयुर्वेद मे गोरख मुंडी को रसायन कहा गया है, आयुर्वेद के अनुसार रसायन का अर्थ है वह औषधि जो शरीर को जवान बनाए रखे।

■   बबूल का गोंद 3 बार लेने से कमर दर्द, 3 ग्राम में मधुमेह, लगाने से सिर दर्द, चूसने से खाँसी, पीने से बवासीर और 1 दिन में दस्त को ठीक करता है, जाने कैसे और शेयर करे

आँखों के रोग

गोरख मुंडी के चार ताजे फल तोड़कर भली प्रकार चबायें और दो घूंट पानी के साथ इसे पेट में उतार लें तो एक वर्ष तक न तो आंख आएगी और न ही आंखों की रोशनी कमजोर होगी, गोरखमुंडी की एक घुंडी प्रतिदिन साबुत निगलने कई सालों तक आंख लाल नहीं होगी।

ankhon-ki-roshni-badhane-ke-upay-increase-eyesight-in-hindi

कुष्ठ रोग

कुष्ठ रोग होने पर गोरख मुंडी का चूर्ण और नीम की छाल मिलाकर काढ़ा तैयार कीजिए, सुबह-शाम इस काढ़े का सेवन करने से कुष्ठ रोग ठीक हो जाता है।

eczema

बवासीर

गोरख मुंडी का प्रयोग बवासीर में भी बहुत लाभदायक माना गया है, गोरख मुंडी की जड़ की छाल निकालकर उसे सुखाकर चूर्ण बनाकर हर रोज एक चम्मच चूर्ण लेकर ऊपर से मट्ठे का सेवन किया जाये तो बवासीर पूरी तरह समाप्त हो जाती है, जड़ को सिल पर पीस कर उसे बवासीर के मस्सों में तथा कण्ठमाल की गाठों में लगाने से बहुत लाभ होता है, पेट के कीड़ों में भी इस की जड़ का पूर्ण प्रयोग किया जाता है, उससे निश्चित लाभ मिलता है।

bawaseer ka ilaj piles treatment remedy in hindi

■   ये फल बवासीर के लिए किसी वरदान से कम नही, कुछ ही दिनो में घुटने टेकने पर मजबूर कर देता है

दिल दिमाग लीवर

गोरख मुंडी के पौधे उखाड़कर उनकी सफाई करके छाये में सुखा लें, सूख जाने पर उसे पीस लीजिए और घी चीनी के साथ हलुआ बनाकर खाइए, इससे इससे दिल, दिमाग, लीवर को बहुत शक्ति मिलती है।

heart

गोरख मुंडी से औषिधि बनाने का तरीका

गोरख मुंडी के पौधे की जड़ का चूर्ण बना कर आधा-आधा चम्मच सुबह शाम दूध के साथ प्रयोग करे, बाकी के पौधे का पानी मिलाकर रस निकाल ले, इस रस से 25% अर्थात एक चौथाई घी लेकर पका ले, इतना पकाए कि केवल घी रह जाए, यह भी आंखो के लिए बहुत गुणकारी है,,बाजार मे साबुत पौधा या जड़ नहीं मिलते, केवल इसका फल मिलता है, वह प्रयोग करे, 100 ग्राम गोरख मुंडी लाकर पीस ले, बहुत आसानी से पिस जाती है, इसमे 50 ग्राम गुड मिला ले, कुछ बूंद पानी मिलाकर मटर के आकार की गोली बना ले, यह काम लोहे की कड़ाही मे करना चाहिए, न मिले तो पीतल की ले, जो अधिक गुणकारी बनाना चाहे तो ऐसे करे, 300 ग्राम गोरखमुंडी ले आए लाकर पीस ले, 100 ग्राम छन कर रख ले, बाकी बची 200 ग्राम गोरख मुंडी को 500 ग्राम पानी मे उबाले, जब पानी लगभग 300 ग्राम बचे तब छान ले, साथ मे ठंडी होने पर दबा कर निचोड़ ले।

इस पानी को मोटे तले कि कड़ाही मे डाले, उसमे 100 ग्राम गुड कूट कर मिलाकर धीमा धीमा पकाए। जब शहद के समान गाढ़ा हो जाए तब आग बंद कर दे, जब ठंडा जो जाए तो देखे कि काफी गाढ़ा हो गया है।,यदि कम गाढ़ा हो तो थोड़ा सा और पका ले, फिर ठंडा होने पर इसमे 100 ग्राम बारीक पीसी हुई गोरख मुंडी डाल कर मिला ले, अब 50 ग्राम चीनी/मिश्री मे 10 ग्राम छोटी इलायची मिलाकर पीस ले, छान ले। हाथ को जरा सा देशी घी लगा कर मटर के आकार कि गोली बना ले, गोली बना कर चीनी इलायची वाले पाउडर मे डाल दे ताकि गोली सुगंधित हो जाए, 3 दिन छाया मे सुखाकर प्रयोग करे, इलायची केवल खुशबू के लिए है।

हमारे यूट्यूब चैनल को SUBSCRIBE करने के लिए लाल रंग के लिंक पर क्लिक करें –

http://bit.ly/30t2sCS

■   रात को इलायची खाकर गर्म पानी पीने के फायदे जानकर चौक जायगे आप

गोरख मुंडी सेवन करने का तरीका

1-1 गोली 2 समय गरम दूध से हल्के गरम पानी से दिन मे 2 बार ले, सर्दी आने पर 2-2 गोली ले सकते हैं, इसका चमत्कार आप प्रयोग करके ही अनुभव कर सकते हैं। आंखे तो ठीक होती ही है साथ ही रात दिन परिश्रम करके भी थकावट महसूस नहीं होगी, कील, मुहाँसे, फुंसी, गुर्दे के रोग सिर के रोग सभी मे लाभ करेगी, जिनहे पेशाब कम आती है या शरीर के किसी हिस्से से खून गिरता है तो ठंडे पानी से ले, इतनी सुरक्षित है कि गर्भवती को भी दे सकते हैं, ध्यान रहे 2-4 दिन मे कोई लाभ नहीं होगा, लंबे समय तक ले, गोली को अच्छी तरह सूखा ले, अन्यथा अंदर से फफूंद लग जाएगी।

ध्यान रखें – ये पाचन शक्ति बढ़ाती है इसलिए भोजन समय पर खाए, चाय पी कर भूख खत्म न करे, चाय पीने से यह दवाई लाभ के स्थान पर हानि करेगी।

digestion

■   ख़राब पाचन शक्ति ठीक करने के 5 आसान घरेलू उपाय और देसी नुस्खे

नीलगिरी के तेल के इन फायदों को देखकर दंग रह जायेंगे आप

1
nilgiri-tel

नीलगिरी का तेल एक प्राकृतिक पीड़ानाशक है जो जोड़ों और शरीर के दर्द से मुक्ती दिलाता है। इसको गरम पानी में डालकर नहाने से शरीर और दिमाग दोनों को आराम मिलता है।कुछ लोग अच्छे रिजल्ट के लिए इस तेल के साथ लेवेंडर का तेल भी मिला कर प्रयोग करते हैं।

■   नाभि में लगाए ये एक चीज, होगा ऐसा असर की जिंदगी भर दवाइयों की जरूरत नहीं होगी

शरीर की देखभाल

नीलगिरी के तेल को आंटे या फिर मुल्तानी मिट्टी के साथ मिला कर स्क्रब के रुप में भी इस्तमाल किया जा सकता है। यह चिपचिपा रहित तेल आपकी त्वचा को पोषण देगा तथा आपके शरीर को कोमल और सुंदर बनाएगा।

हेल्थ से जुड़ी सारी जानकारियां जानने के लिए तुरंत हमारी एप्प इंस्टॉल करें। हमारी एप को इंस्टॉल करने के लिए नीले रंग के लिंक पर क्लिक करें –

http://bit.ly/ayurvedamapp

beautiful skin

मसाज

  • इससे आराम से मसाज हो जाती है।
  • नीलगिरी के तेल से मसाज करने से त्वचा कोमल बनती है और स्ट्रेच मार्क्स तथा दाग धब्बे दूर होते हैं। कंधे और पीठ की मसाज के लिए विटामिन ई युक्त निलगिरी का तेल इस्तमाल करना चाहिए।

massage

■   सोने से पहले करें इन पॉइंट्स की मसाज, मिलेगा इन रोगों से जड़ से छुटकारा

आफ्टर शेव

  • यह एंटी बैक्टीरियल, एंटीफंगल और एंटीवाइरल के रुप में भी काम करता है। यह त्वचा की कुछ गंभीर बीमारियों को भी ठीक करने में असरदार है।

    हमारे यूट्यूब चैनल को SUBSCRIBE करने के लिए लाल रंग के लिंक पर क्लिक करें –

    http://bit.ly/30t2sCS

  • शेव करने के बाद कुछ बूंदे निलगिरी के तेल की लगाने से त्वचा कोमल होती है।

Shaving

सर दर्द और बुखार

  • गर्म पानी में इस तेल की 3-४ बुँदे डालकर भाप लेने से जुकाम ठीक होता है|
  • सर दर्द और बुखार आने पर इसकी मालिश सर ,सीने और पैर के तलवे में मालिश करने से आराम मिलता है|

sirdard Headache

■   भूनी हुई गोंद 80 साल के बुढ़ापे में भी जवानी भर दे

मुँह के छालों के रामबाण आयुर्वेदिक इलाज़ और तरीक़े

1
mouth_ulcer

मुँह के छाले होना एक आम बात है लेकिन इसकी पीड़ा बड़ी कष्टदेय है। मुँह में छालें होनें से ठीक तरह से व्यक्ति खाना नहीं खा सकता। मुँह मे आग सी लगी रहती है। जीभ पर छाले होनें से व्यक्ति खाना तो क्या, ठीक तरह से बोल भी नहीं पाता है।

■   फफोले हो या छाले सभी में कारगर है ये रामबाण उपाय, जरूर आजमाएं

मुँह में छाले होना किसी अभिशाप से कम नहीं। असहनीय दर्द न ठीक से खाने देता है और ना ही ठीक तरह से सोने देता है। इसीलिए हम आपके लिए लेकर आये है मुँह के छालों के रामबाण आयुर्वेदिक इलाज़ और तरीक़े।

मुँह के छालों के आयुर्वेदिक इलाज़ और तरीक़े –

छोटी हरड़ को बारीक पीसकर छालों पर लगानें से मुँह तथा जीभ के छालों से छुटकारा मिलता है तथा मुखपाक मिटता है। जो छाले किसी भी दवा से ठीक नहीं हो रहे हों इस दवा के लगाने से निश्चय ही ठीक हो जायेंगे। दिन में दो-तीन बार लगायें।

विशेष –

  • दो ग्राम भुना हुआ सुहागा का बारीक चूर्ण पंद्रह ग्राम ग्लीसरीन में मिलाकर रख लें। दिन में दो-तीन बार मुँह एवं जीभ के छालों पर लगायें। शीघ्र लाभ होगा।

    हेल्थ से जुड़ी सारी जानकारियां जानने के लिए तुरंत हमारी एप्प इंस्टॉल करें। हमारी एप को इंस्टॉल करने के लिए नीले रंग के लिंक पर क्लिक करें –

    http://bit.ly/ayurvedamapp

  • तुलसी की चार-पाँच पत्तियाँ नित्य सुबह और शाम चबाकर ऊपर से दो घूँट पानी पीयें। मुँह के छाले व मुँह की दुर्गन्ध दूर होती है। चार-पाँच दिन खायें।

tulsi ke fayde basil benefits in hindi

  • रात को भोजन के पश्चात एक छोटी हरड़ चूसें। इससे आमाशय और आन्तड़ियों के दोषों के कारण महीनों ठीक न होनें वाले मुँह व जीभ के छाले ठीक हो जाते है। हरड़ को चूसते रहने से पाचक अंग शक्तिशाली बन जाते है। हरड़ को चूसते रहने से पाचक अंग शक्तिशाली बन जाते है, पेट के कीड़े नष्ट हो जाते हैं।
■   ये पौधा गठिया, यूरिक एसिड और लिवर के लिए किसी वरदान से कम नही

बच्चों के मुँह के छाले

मिश्री को बारिक पीसकर उसमें थोड़ा-सा कपूर मिलाकर मुँह में लगाए या बुरकाएं । (मिश्री 8 भाग, कपूर 1 भाग) इससे मुँह के छाले और मुँहपाक मिटता है। यह दवा बच्चों के मुँह आने पर बहुत लाभकारी है।

हमारे यूट्यूब चैनल को SUBSCRIBE करने के लिए लाल रंग के लिंक पर क्लिक करें –

http://bit.ly/30t2sCS

बार-बार मुँह में छाले होना

टमाटर के रस में ताज़ा पानी मिलाकर कुल्ली करने से मुँह, होंठ और जीभ के छाले दूर हो जाते है।

tomato

मुखपाक होनें पर

चार ग्राम फूले हुए सुहागे का बारीक चूर्ण, छ: ग्रेन (तीन रत्ती) कपूर, बारह ग्राम ग्लीसरीन में मिश्रित कर किसी शीशी में भर लें और आवश्यकता के समय मुँह के भीतर घाव पर लगायें। शीघ्र लाभ होगा। जीभ, होंठ और मुँह के छालों और घावों के लिए जिसे मुँह का आ जाना कहते हैं, यह श्रेष्ठ दवा है।

■   हर तरह के घाव जल्दी भरने के 5 आसान उपाय और देसी नुस्खे

अमृत समान है घड़े का पानी, गर्भवती महिलाओं के लिए विशेष फायदेमंद

0
matka

घड़े का पानी स्वास्थ्य के लिहाज से गरीबों का फ्रिज भी कहा जाता है और यह अमृत होता है, अमृत इस लिए कहा जाता है की इसमें मिट्टी के औषधीय गुण मिल जाते हैं जिस कारण वह अमृत बन जाता है

■   दिल के रोगी क्या न खाएं, परहेज – Heart Patient Diet Chart In Hindi

घड़े का पानी पीना स्वास्थ्यकारी है ?

जी हाँ घड़े का पानी हमारे लिए फायदेमंद होता है क्योंकि घड़े का तापमान बाहर के तापमान से कुछ ही कम होता है जबकि फ्रीज़ का पानी में जो ठंडक आती है वो तापमान में कमी होने की वजह से ज्यादाठंडा होता है

हेल्थ से जुड़ी सारी जानकारियां जानने के लिए तुरंत हमारी एप्प इंस्टॉल करें। हमारी एप को इंस्टॉल करने के लिए नीले रंग के लिंक पर क्लिक करें –

http://bit.ly/ayurvedamapp

फ्रीज के ठडे पानी से क्या नुक्सान है ?

हमारे शरीर मे दो आंत होती है छोटी आंत बड़ी आंत ( large intestine ) बड़ी आंत का काम है हमारे शरीर मे से मल को बाहर निकालना है जो भी हम खाते है पचने के बाद जो waste बचता है वो toilet के रूप मे बड़ी आंत द्वारा बाहर निकलता है !

Drinking-Water

बड़ी आंत देखने मे बिलकुल एक खुले पाइप की तरह होती है ! अब जैसे ही एक दम से आप ठंडा पानी पीते है तो ये बड़ी आंत एक दम से सिकुड़ के बंद हो जाती है अब बार-बार आपने ठंडा पानी पी पी कर इसे पूरा बंद कर दिया ! तो सुबह आपको स्टूल पास नहीं होगा toilet नहीं आएगी आप जोर लगा लगा कर पागल हो जायेंगे लेकिन पेट साफ नहीं होगा !

और कब्ज़होने का मतलब समझ ही गए होंगी आप यदि आपको कब्जियत का रोग हो जाए तो समझ लीजिये आपने बाकि रोगों को इनविटेशन मतलब न्योता दे दिया की आ जाओ अब हम यहाँ रह सकते है क्योंकि आयुर्वेद मे कब्ज़ को mother disease कहते है ! सभी बीमरियों की जड़ है कब्ज़ !अगर आपको कब्ज़ का रोग हो गया और कुछ लंबे समय तक रहा तो एक एक करके आपको सभी बीमारियाँ आएंगी !! Uric acid ,कोलोस्ट्रोल , heart blockage,Sugar आदि !!

■   यह पोस्ट जरूर पढ़े! नहाते वक़्त लकवा, हृदयघात (Heart Attack), दिमाग की नस फटना आदि रोगों से मृत्यु का कारण और उपाय जाने

घड़े का पानी पीने के लाभ /फायदे

विषैले पदार्थ सोखने की शक्ति

मिटटी में शुद्धि करने का गुण होता है यह सभी विषैले पदार्थ सोख लेती है तथा पानी में सभी जरूरी सूक्ष्म पोषक तत्व मिलाती है। इसमें पानी सही तापमान पर रहता है, ना बहुत अधिक ठंडा ना गर्म।

full-body-detox

चयापचय को बढ़ावा

नियमित रूप से घड़े का पानी पीने से प्रतिरक्षा प्रणाली को बढ़ावा देने में मदद मिलती है। प्लास्टिक की बोतलों में पानी स्टोर करने से, उसमें प्लास्टिक से अशुद्धियां इकट्ठी हो जाती है और वह पानी को अशुद्ध कर देता है। साथ ही यह भी पाया गया है कि घड़े में पानी स्टोर करने से शरीर में टेस्टोस्टेरोन का स्तर बढ़ जाता है।

digestion

वात को नियंत्रित करे

गर्मियों में लोग फ्रिज का या बर्फ का पानी पीते है, इसकी तासीर गर्म होती है। यह वात भी बढाता है। बर्फीला पानी पीने से कब्ज हो जाती है तथा अक्सर गला खराब हो जाता है। मटके का पानी बहुत अधिक ठंडा ना होने से वात नहीं बढाता, इसका पानी संतुष्टि देता है। मटके को रंगने के लिए गेरू का इस्तेमाल होता है जो गर्मी में शीतलता प्रदान करता है। मटके के पानी से कब्ज ,गला ख़राब होना आदि रोग नहीं होते।

kabj ka ilaj constipation treatment remedy in hindi

पानी में पीएच का संतुलन

घड़े का पानी पीने का एक और लाभ यह भी है कि इसमें मिट्टी में क्षारीय गुण विद्यमान होते है। क्षारीय पानी की अम्लता के साथ प्रभावित होकर, उचित पीएच संतुलन प्रदान करता है। इस पानी को पीने से एसिडिटी पर अंकुश लगाने और पेट के दर्द से राहत प्रदान पाने में मदद मिलती हैं।

acidity

■   अनुलोम-विलोम प्राणायाम करने से जीवन मे कभी नही होगा हार्ट ब्लॉकेज, गठिया, जोड़ो का दर्द, कैंसर, एलर्जी, ब्लडप्रेशर आदि 100 रोग, जरूर अपनाएँ

गर्भवती महिलाओं के लिए फायदेमंद

गर्भवती को फ्रिज में रखे, बेहद ठंडे पानी को पीने की सलाह नहीं दी जाती। उनसे कहा जाता है कि वे घड़े या सुराही का पानी पिएं। इनमें रखा पानी न सिर्फ उनकी सेहत के लिए अच्छा होता है, बल्कि पानी में मिट्टी का सौंधापन बस जाने के कारण गर्भवती को बहुत अच्छा लगता है।

banana for pregnant ladies

गले को ठीक रखेे

आमतौर पर हमें गर्मियों में ठंडा पानी पीने की तलब होती है और हम फिज्र से ठंडा पानी ले कर पीते हैं। ठंडा पानी हम पी तो लेते हैं लेकिन बहुत ज्यादा ठंडा होने के कारण यह गले और शरीर के अंगों को एक दम से ठंडा कर शरीर पर बहुत बुरा प्रभावित करता है। गले की कोशिकाओं का ताप अचानक गिर जाता है जिस कारण व्याधियां उत्पन्न होती है। गले का पकने और ग्रंथियों में सूजन आने लगती है और शुरू होता है शरीर की क्रियाओं का बिगड़ना। जबकि घडें को पानी गले पर सूदिंग प्रभाव देता है।

throat pain gale mein dard ka ilaj

■   हाथों और पैरों में दर्द सूजन जलन का इलाज के 5 घरेलू उपाय

घड़े का पानी पीना आपके लिए कितना फायदेमंद है अब आप ये जान ही गए होंगे उम्मीद है इस बार आप मटके का पानी ही प्रयोग करेंगे एक बात और जो बताना जरुरी ही की मटके या घड़े के अंदर हाथ डाल कर कभी साफ नहीं करना चाहिये वरना उसकी रोम छिद्र बंद हो जाते हैं उसके अंदर रात का पानी निकल कर साफ़ पानी डाल केर उसे घुमा केर अंदर का पानी बाहर फेंक देना चाहिये और हर रोज़ सुबह उसमे ताज़ा पानी डालना चाहिये और मटके को ढक कर रखना चाहिये वैसे तो मटका 5-6 महीने आराम से निकाल देता है यदि फ्री भी आपको उसमे से मुशक आये या कोई बदबू लगे तो तुरंत बदल दें हाँ आप अपने घड़े को बाहर से साफ़ कर सकते हैं

हमारे यूट्यूब चैनल को SUBSCRIBE करने के लिए लाल रंग के लिंक पर क्लिक करें –

http://bit.ly/30t2sCS

यदि आपके हमारा यह आर्टिकल पसंद आया हो तो औरों को भी बताएं मतलब आप शेयर जरुर करें ताकि आपकी तरह और लोग भी इसका फायदा उठा सके.

■   दांत दर्द, पायरिया और मुंह की बदबू को जड़ से खत्म कर देगा यह आसान घरेलू उपाय

थकावट और कमजोरी पहले ही दिन से मिटाए | राजीव दीक्षित

9
fatigue

थकान लगना एक आम समस्या है। आजकल काम का बढ़ना और अत्यधिक प्रेशर के होने से थकान ज्यादा लगने लगती है। एैसे में शरीर पर ध्यान देना मुश्किल हो जाता है। थकान की समस्या का सही समय पर यदि उपचार किया जाए तो आप इससे होने वाली गंभीर बीमारीयों से बच सकते हो। आपको बस अपने डेली रूटीन में कुछ बदलाव करने है इसके अलावा ज्यादा थकान को दूर करने के लिए कुछ खाद्य पदार्थ आपको फायदा दे सकते हैं।

■   सूखा नारियल के यह 8 फायदे आपको हैरान कर देंगे, ये कैंसर से लगाकर गठिया, ह्रदय, कोलेस्ट्रॉल और हड्डियों को फ़ौलाद बनाने तक चमत्कारी है

थकान दूर करने के लिए आज के समय में लोग सिगरेट का सहारा लेते हैं। तो कुछ चाय या काफी का सहारा लेते हैं। इतना ही नहीं थकान की वजह से होने वाले दर्द को दूर करने के लिए पेनकिलर तक भी लेने लगते हैं। पर इनसे थकान नहीं दूर होती है बल्कि दूसरी गंभीर बीमारियां शरीर को लगने लगती हैं। आपको इन का सहारा बिलकुल नहीं लेना है बस अपनाने हैं कुछ आसान घरेलू उपाय।

हेल्थ से जुड़ी सारी जानकारियां जानने के लिए तुरंत हमारी एप्प इंस्टॉल करें। हमारी एप को इंस्टॉल करने के लिए नीले रंग के लिंक पर क्लिक करें –

http://bit.ly/ayurvedamapp

ध्यान और योग

जब शरीर में तनाव होता है तब हार्मोन कार्टिसोल का स्तर बढ़ता है। इससे इंसान थका हुआ महसूस करने लगता है। इसलिए योग, गहरी सांस वाली एक्सरसाइज और ध्यान करें।

yoga

नाश्ता जरूर लें

सुबह का नाश्ता  शरीर को पूरे दिन के लिए यह थकान से लड़ने में शरीर को मजबूत बनाता है। इसलिए सुबह का नाशता लेना न भूलें। सुबह का नाश्ता शरीर को एनर्जी देता है। इसलिए नाशते में फल, स्प्राउट और फाइबर की मात्रा अधिक लेनी चाहिए। शुगर और वसा की मात्रा कम से कम लें।

fibre diet

हरी चीजें

अपने खाने में हरे रंग के खाद्य पदार्थों का इस्तेमाल जरूर करें। जैसे पालक, हरी मूंग की दाल, और मटर आदि। दिनभर की थकान और टेंशन को शरीर के अंदर जाकर ये हरे पदार्थ उन्हें खत्म करते हैं। इन हरी चीजों में विटामिन बी पाया जाता है जो थकावट और तनाव को शांत कर देता है।

vegetables

   ये उपाय कैल्शियम और आयरन का ख़ज़ाना, ख़ून बढ़ाएँ, क़ब्ज़, लकवा,साइनस, हड्डियाँ फ़ौलाद

आयरन लें

थकान और तनाव का सबसे बड़ा कारण है एनीमिया। हीमोग्लोबिन का स्तर ही शरीर की ताकत को प्रभावित करता है। जिस वजह से इंसान को थकान अधिक लगती है। अपने शरीर में आयरन को बढ़ाने के लिए हरी पत्तेदार सब्जियां और मांस को शामिल करें।

iron deficiency

हर्बल ड्रिंक्स लें

हर्बल डिंक्स को पीने से शरीर में ताकत बनी रहती है। इसलिए ग्रीन-टी, एलोवेरा का जूस और आंवला आदि का सेवन करना चाहिए। यह थकान से लड़ने में शरीर की मदद करते हैं। और इन हर्बल ड्रिंक्स को लेने से वजन भी नियंत्रित रहता है। साथ ही नसों में होने वाले दर्द से भी राहत मिलती है।

green tea ke fayde aur labh green tea benefits in hindi

सौंफ खाएं

सौंफ आपकी रसोई में होता ही है। सौंफ में सोडियम, आयरन, कैल्शियम और पोटेशियम होता है। जो शरीर को फ्रेश रखता है। सौंफ का नियमित सेवन से पेट भी साफ रहता है और यह थकान को शरीर पर हावी नहीं होने देती है।

saunf ke fayde fennel seeds benefits in hindi

■   सौंफ के पानी से वज़न कम करे 5 दिनों में 10 किलो चर्बी घटाए

संतरा और पपीता

सतरा और पपीता खाने से पूरे दिन की थकान कम हो जाती है। ये दोनों फल विटामिन बी 6 और फालिक एसिड युक्त होते हैं। संतरे का जूस पीने से शरीर में तरावट रहती है। सुबह-सुबह खाली पेट पपीता खाने से शरीर पर कोई बीमारी नहीं लगती है।

papita ke fayde papaya benefits in hindi

अदरक का कमाल

अदरक एंटीबायोटिक्स दवा का काम करती है। अदरक की चाय पीने से थकान दूर होती है। तुलसी और अदरक को चाय में मिलाकर पीने से तनाव और थकान तुरंत कम हो जाती है। साथ ही अदरक आर्थराइटिज के दर्द में भी आराम देता है।

ginger benefits in hindi

चाकलेट

चाकलेट के बारे में कहा जाता है कि यह शरीर के एनर्जी के स्तर को बढ़ा देती है। चाकलेट में कोको तत्व होता है जो तनाव को कम करता है। नए शोध के अनुसार 1 चाकलेट दिन में खाने से तनाव व थकान को 20 प्रतिशत तक कम किया जा सकता है।

हमारे यूट्यूब चैनल को SUBSCRIBE करने के लिए लाल रंग के लिंक पर क्लिक करें –

http://bit.ly/30t2sCS

chocolate

■   तनाव दूर करने के 10 आसान तरीके – Best Tips for Tension Free Life in Hindi

मालिश

थकावट को दूर करने का सबसे अच्छा उपाय है मालिश। यह शरीर की मांसपेशियों की एक्सरसाइज है। मालिश से शरीर में चुस्ती और ताकत आती है साथ ही साथ इससे शरीर की त्वचा भी मुलायम हो जाती है। थकान और तनाव को दूर करने का सबसे सरल उपाय है मालिश। इतना ही नहीं मालिश से मोटापा, उच्च रक्तचाप आदि रोगों में भी फायदा मिलता है।

massage

पानी का फायदा

पानी में हर तरह के गुण होते हैं जो शरीर की थकान को दूर करते हैं। शरीर पानी की कमी की वजह से ज्यादा थकता है। इसलिए पानी को हमेशा पीते रहें। इसके अलावा गर्म पानी को बोतल में भरकर उसे दर्द वाले स्थान पर सिंकाई करने से आराम मिलता है।

Drinking-Water

■   गर्म पानी पीने से जड़ से खत्म हो जाएंगी यह 4 समस्या

इन लक्षणों से पहचाने गर्भ में लड़का है या लड़की…..

0

भारत में भ्रूण का पता लगाना गैर क़ानूनी है। पर हम गर्भावस्था के समय कुछ ऐसे लक्षण होते है जससे पता लगा सकते है की पेट में लड़का है या लड़की।

■   इन वजहों से होता है कमर दर्द, इसको जड़ से ख़त्म करने का सबसे आसान घरेलु उपाय

अगर आप भी पता लगाना चाहते हैं कि लड़का है या लड़की, तो पढ़िए ये पूरी जानकारी।

हेल्थ से जुड़ी सारी जानकारियां जानने के लिए तुरंत हमारी एप्प इंस्टॉल करें। हमारी एप को इंस्टॉल करने के लिए नीले रंग के लिंक पर क्लिक करें –

http://bit.ly/ayurvedamapp

लक्षण:-

खट्टा खाने का मन

गर्भवती महिला को तरह तरह की चीजे खाने का मन करता है। अगर पेट में लड़की हो तो मीठा और अगर लड़का हो तो खट्टा खाने का मन करता है। बच्चे को इस तरह के पोषक तत्व को जरुरत होते है माँ का वही खाना खाने का मन करता है।

मतली लगना

कई महिलाएं मानती है की जब पेट में लड़की होती है तो उल्टी होने का बिलकुल भी एहसास भी नहीं होता है। पर जब पेट में लड़का होता है तो बाल्टी भर उल्टी करने के लिए तैयार हो जाओ। सुबह उठते ही उल्टी का अहसास होने लगता है पुरे दिन ऐसा ही चलता रहता है।

■   उल्टी रोकने और जी मिचलाने के 10 आसान घरेलू उपाय इन हिंदी

वजन नहीं बढ़ना

लड़की के पेट में होने से शरीर का वजन बढ़ता है। चहरे और गाल गुलाबी हो जाते है शरीर में चर्बी बढ़ती है। जब पेट में लड़का होता है तो ये सब नहीं होता है।

हमारे यूट्यूब चैनल को SUBSCRIBE करने के लिए लाल रंग के लिंक पर क्लिक करें –

http://bit.ly/30t2sCS

पेट ज्यादा निकलना

पेट में लड़का होने पर गर्भवती महिला का पेट ज्यादा बाहर निकलेगा। इसके अलावा शरीर पर कही भी चर्बी नहीं दिखेगी।

उपरोक्त उपाय आयुर्वेद की किताबो में देख कर लिखे गए है लेखक या वेब साईट इस की पुष्टि नहीं करता है। पाठक अपने विवेक से काम लें।

■   सोने से पहले बस एक चम्मच, खुल जाएगी आपकी हर नस

बासी चावल खाने से होते हैं ये चौंका देने वाले फायदे, शरीर को होते हैं ये स्वास्थ्य लाभ

3
stale rice

हर घर में चावल बनाये जाते है। कई बार घर में किसी को भूख कम लगी हो तो चावल बच जाते होंगे। फिर अगले दिन हम उन चावलों को बासी और बेकार समझकर फेंक देते है या किसी जानवर को खिला देते है। पर जब आपको हम इसके फायदो के बारे में बताएँगे तो आप ऐसा नहीं करेंगे।

■   यदि सुबह खाली पेट पीते है चाय, तो एक बार इस को आप जरूर देंखे!!

कैसे करे बासी चावल का उपयोग

चाय कॉफी की लत छुडवाने के लिए

जो लोग सुबह चाय कॉफी का सेवन करते है अगर बासी चावल खायेंगे तो कुछ दिनों में उनके चावल की आदत हो जाएगी और चाय कॉफी से छुटकारा मिल जायेगा।

हेल्थ से जुड़ी सारी जानकारियां जानने के लिए तुरंत हमारी एप्प इंस्टॉल करें। हमारी एप को इंस्टॉल करने के लिए नीले रंग के लिंक पर क्लिक करें –

http://bit.ly/ayurvedamapp

tea

शरीर के तापमान के लिए

बासी चावल की तासीर ठंडी होती है। जो की हमारे शरीर के तापमान को नियंत्रित रखता है। शरीर को कई छोटे छोटे रोगों से बचता है। बासी चावल में माइक्रो न्यूट्रीएंट्स और खनीज पदार्थ होते हैं।

body temperature

■   अगर आप भी करते हैं ऐसा, तो ‘ज़हर’ बन जाती है आपकी चाय!

चोट के घाव

शरीर पर किसी चीज़ से चोट लग गई हो या घाव हो गया हो तो बासी चावल खाने से घाव जल्दी भर जाते है।

ghav ka ilaj wound treatment in hindi

कब्ज और गैस

बासी चावल में फाइबर की मात्रा अधिक होती है। इसके सेवन से कब्ज और गैस की समस्या दूर हो जाती है।

acidity

ऊर्जा

बासी चावल का सेवन करने से शरीर को ऊर्जा मिलती है। दिन भर के काम करने में मन लगा रहता है। आप तरोताजा महसूस करते है।

stamina energy

   पेट में गैस बनने की समस्या से तुरंत छुटकारा पाने का आसान सा घरेलु उपाय

नाश्ते में

घर में चावल बच जाये तो उन्हें किसी मिट्टी के बर्तन में रात भर भिगों दें। सुबह आपको इन चावलों में फर्मेटेशन दिखेगा। आप इन बासी चावलों के साथ कच्चे प्याज को काटकर सेवन करें। इन बासी चावलों का सेवन स्वास्थ्य के लिए फा

हमारे यूट्यूब चैनल को SUBSCRIBE करने के लिए लाल रंग के लिंक पर क्लिक करें –

http://bit.ly/30t2sCS

breakfast

अल्सर में बासी चावल

अगर आपको अल्सर की बीमारी तो सप्ताह में तीन दिन बासी चावल खाने चाहिए।

ulcer

ध्यान रखे

बासी चावल ज्यादा पुराने न हो। अधिक पुराने और ज्यादा दिन के बासी चावल खाने से कोई तरह की दिक्कत आ सकती है।

■   कैसा भी और कितना भी पुराना अल्सर हो तो उन रोगियों के लिए ये प्रयोग किसी रामबाण से कम नहीं

Popular Posts

स्वास्थ्य

करंट लगने पर 5 मिनट के अंदर करें ये इलाज, बच...

भारत जैसे देश, जहा घरों में दो पिन वाले बिजली उपकरणों का ज्यादा से ज्यादा इस्तेमाल होता है मानसून के मौसम में हवा में...

फल चिकित्सा