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आयुर्वेद के नियम – Ayurveda Tips For Healthy Life

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आयुर्वेद के नियम इन हिंदी | स्वस्थ रहने के नियम इन हिंदी | आयुर्वेद के अनुसार आहार इन हिंदी

आयुर्वेद के नियम आयुर्वेद में भोजन और दैनिक जीवन में खान-पान को लेकर बहुत से ऐसे नियम है, अगर हम उनको अपने जीवन में उपयोग करे तो कभी भी बुढ़ापा आप के जीवन में नहीं आएगा, और शरीर भी स्वस्थ रहेगा। आज के इस भाग दौड़ भरे जीवन में इंसान स्वास्थ्य और भोजन के प्रति ज्यादा जागरूक नहीं है। अगर हम आयुर्वेद  द्वारा बताए गए कुछ नियमो का पालन करें तो जीवन में कभी भी बुढ़ापे का सामना नहीं करना पड़ेगा। आयुर्वेद के अनुसार खान पान

आइये जानें आयुर्वेद के अनुसार भोजन, दिनचर्या इन आयुर्वेद, आयुर्वेदिक दिनचर्या, आयुर्वेद के अनुसार दिनचर्या, उत्तम दिनचर्या, विद्यार्थी की दिनचर्या, स्वस्थ दिनचर्या, अच्छी दिनचर्या के नियम।
आयुर्वेद के नियम – आयुर्वेद के अनुसार भोजन – 
दूसरा नियम
तीसरा नियम
चौथा नियम
पांचवां नियम
छठा नियम
सातवाँ नियम
आठवाँ नियम
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आयुर्वेद के नियम – आयुर्वेद के अनुसार भोजन

Ayurved Ke Anusar Niyam In Hindi

आयुर्वेद के अनुसार दिनचर्या

पहला नियम

इसी प्रकार से कुछ लोगों को खाना खाने के तुरंत बाद चाय अथवा कॉफी पीने की आदत होती हैं। भोजन के बाद चाय कॉफी पीने सेे पेट में एसिडिटी बढ़ती है और खाना हजम होने में दिक्कत आती है।

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दूसरा नियम

साथ ही यह भी याद रखें की भोजन करने के तुरंत बाद कोई भी फल नहीं खाना चाहिए। ऐसा करने से एसिडिटी बढ़ जाती है और गैस की शिकायत हो सकती हैं।

 

तीसरा नियम

सबसे मुख्य बात और सबसे अधिक खतरनाक यह आदत है की भोजन करने के बाद धूम्रपान करना। अगर आप खाना खाने के बाद धूम्रपान करते हैं तो यह एक सिगरेट का असर दस गुना बढ़ जाता है। साथ ही कैंसर होने का खतरा भी 50 फीसदी से अधिक हो जाता है। Ayurveda dincharya hindi daily routine healthy life

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चौथा नियम

कुछ लोगों को खाना खाने के बाद नहाने की आदत होती हैं। खाने के तुरंत बाद नहाने के कारण रक्त का प्रवाह पेट की जगह हात और पैर की तरफ अधिक बढ़ जाता हैं। इस कारण पाचन शक्ति कमजोर हो जाती हैं। रात का भोजन

पांचवां नियम

चिकनाई वाले खाद्य पदार्थ, तले खाद्य पदार्थ, मक्खन, मेवा तथा मिठाई खाने के तुरंत बाद पानी पीने से खांसी हो जाने की संभावना होती है जबकि गरम खाना, खीरा, ककड़ी तरबूज, खरबूजा, मूली व मकई खाने के तुरंत बाद पानी पीने से जुकाम हो जाने की संभावना होती है। दिनचर्या इन हिंदी, आयुर्वेद के कुछ महत्वपूर्ण तथ्य या सूत्र

भोजन करने के नियम

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छठा नियम

अक्सर यह देखा गया है कि, आजकल खाने के तुरंत बाद फ्रिज का ठंडा पानी या शीतल पेय पीने का प्रचलन है। भोजन के तुरंत बाद पानी या शीतल पेय पीना पेट की कई बीमारियों को जन्म देता है। इससे जाठराग्नि शांत हो जाती है और आहार का पाचन ठीक से नहीं होता हैं। ठंडा पानी पीने की जगह आप खाना खाते समय थोड़ा-थोड़ा साधारण तापमान का पानी ले सकते हैं। खाना खाते समय हल्का गुनगुना पानी पीना सेहत के लिहाज से सबसे बेहतर हैं। खाना खाने का सही समय

सातवाँ नियम

भोजन करने के तुरंत बाद सोना नहीं चाहिए। खाने के बाद तुरंत सोने से खाना ऊपर की और आने से एसिडिटी बढ़ती हैं और पाचन ठीक से नहीं होता हैं। नियमित दिनचर्या, शास्त्रों के अनुसार दिनचर्या

आठवाँ नियम

दोपहर को खाना खाने के बाद भी 20 मिनट के लिए बाईं और लेट सकते हैं और अगर शरीर मे आलस्य ज्यादा है तो भी आधे घंटे से ज्यादा न सोएं। वहीं रात को खाना खाने के बाद बाहर सैर करने जाएं (कम से कम 500 कदम ) और रात को खाना खाने के कम से कम 2 घंटे बाद ही सोएं। दिनचर्या के नियम, उत्तम दिनचर्या, दिनचर्या शुरू

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दोस्तों आयुर्वेद के चमत्कारी नुस्खे, Ayurved ke chamatkari nuskhe का ये लेख कैसा लगा हमें जरूर बताएं और अगर आपके पास Ayurveda Tips For Healthy Life, आयुर्वेद चिकित्सा, Swasth Rahne ke niyam के सुझाव है तो हमारे साथ शेयर करें।

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