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लोहे की कड़ाही में खाना बनाने वाले इन 7 बातों का रखें विशेष ध्यान

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lohe ki kadai me khana

क्या लोहे के बर्तनों में खाना पकाना शरीर के लिए फायदेमंद है (Is it good to cook food in iron utensils)? दरअसल, पुराने समय में लोग लोहे के बर्तनों में खाना पकाया करते थे। इसके पीछे ये तथ्य दिया जाता था कि लोहे की कड़ाही में खाना पकाने से (benefits of cooking in iron pan)आपके भोजन के जरिए शरीर को जरूरी मात्रा में आयरन मिलता है।आयरन हमारे शरीर की सभी कोशिकाओं के लिए एक आवश्यक पोषक तत्व हैं जो कि शरीर को विकास के लिए चाहिए होता है। ये शरीर में हीमोग्लोबिन बनाने और रेड ब्लड सेल्स के विकास में मदद करता है। सेलेब्रिटी नूट्रिशनिस्ट रुजुता दिवेकर ने हाल ही में लोहे के बर्तनों में खाना पकाने और इनके फायदे के बारे में बताया है। साथ ही रुजुता दिवेकर ने ये भी बताया कि हमें किन सब्जियों को लोहे की कड़ाही में पकाना (cooking in a iron utensils) चाहिए और किन्हें नहीं। तो, आइए जानते हैं कितना फायदेमंद है लोहे के बर्तनों में खाना पकाना और हमें किन बातों का ध्यान रखना चाहिए?

1. लोहे की कड़ाही में किन सब्जियों को पका सकते हैं?

सेलेब्रिटी नूट्रिशनिस्ट रुजुता दिवेकर की मानें, तो लोहे की कड़ाही में सभी तरह की सब्जियों को पकाया जा सकता है। जैसे कि

-पालक
-बीन्स
-गोभी
-शिमला मिर्च
-ब्रोकली

-टोफू: आप टाफू को लोहे के बर्तनों में बना कर इसके प्रोटीन के साथ इसमें आयरन की मात्रा को बढ़ा सकते हैं।

2. लोहे की बर्तनों में किन सब्जियों को न पकाएं?

लोहे की कड़ाही में आमतौर पर खट्टी सब्जियों को पकाने से बचना चाहिए। जैसे कि इमली, कोकम, टमाटर इत्यादि हैं। ऐसी सब्जियों के लिए आप कांस्य की कड़ाही का उपयोग कर सकते हैं जिसमें कि इनका स्वाद सही रहेगा। दरअसल, खट्टी चीजों का पीएच एसिडिक होता है और जब ये लोहे के बर्तनों में बनाया जाता है, तो ये दोनों आपस में रिक्शन कर लेते हैं, जो कि शरीर में पॉइजिंग का कारण बन सकते हैं। इसलिए जरूरी ये है कि हर दिन लोहे के बर्तन में खाना न बनाएं और सप्ताह में दो से तीन बार ही इसे बनाएं वो इस बात का ध्यान रख कर कि आपको खट्टी चीजों को इसमें नहीं बनाना है।

3.लोहे के कड़ाही में खाना पकाते हैं तो सब्जियां काली क्यों हो जाती हैं?

अक्सर जब हम लोहे के बर्तनों में खाना पकाते हैं, तो इस बात के लिए परेशान होते हैं कि हमारी सब्जियां काली क्यों हो जाती हैं। दरअसल, आयरन के कारण लोगों के खाने में धातु जैसा स्वाद आता है और इसके कारण आपका भोजन काला हो जाता है। पर ये होना सही नहीं है क्योंकि भोजन “काला” होने का मतलब है कि दो चीजों में से एक गलत है। या तो आपके बर्तन की सही से सफाई नहीं हुई है या फिर आपने खाना पकाने के बाद उसे बाहर नहीं निकाला और उसे कड़ाही में ही छोड़ दिया है।

4.खाना पकाने के बाद उसे लोहे के बर्तन में न छोड़े

अगर आप लोहे के बर्तन में खाना पका रहे हैं, तो आपको ध्यान रखना चाहिए कि जैसे ही आप खाना पका लेते हैं कुकवेयर से भोजन निकालें। फिर गर्म पानी और ब्रश के साथ अपने बर्तनों को तुरंत साफ करें। फिर इसे अच्छी से सूखा कर ही दोबारा इसका इस्तेमाल करें, नहीं तो आप जब इसमें खाना पकाएंगे वो काला हो जाएगा। अगर आप इन्हीं बर्तनों में खाना स्टोर करना चाहते हैं, सब्जी को इसमें रखने से पहले बर्तन में तेल लगा लें फिर इसमें स्टोर करें। ध्यान रखें कि बर्तन को ढक कर कुछ भी स्टोर न करें। एक सूखी जगह में खुला स्टोर करें।

5.ह्यूमिडिटी में इसे स्टोर न करें

जलवायु का आपके खाने पर अच्छा खासा असर पड़ता है। वो ऐसे कि आर्द्र जलवायु लोहे के साथ रिएक्ट करके इसे काला बना देती है। साथ ही जब आप ढक्कन लगाकर इसमें कुछ भी बंद करके रखेंगे, तो इसमें जंग लग सकता है। अपने बर्तन को ऐसी जगह पर साफ, सूखी हवा दें जहां तापमान काफी स्थिर हो। हालांकि कोशिश करें कि स्टेनलेस स्टील में खाना स्टोर करें या कांच के बर्तनों में। नहीं आपको एलर्जी हो सकती है।

6. लोहे के चीजों की देखभाल कैसे करें?

लोहे के चीजों की देखभाल करने के लिए जरूरी ये है कि आप जानें कि कि इनकी साफ सफाई कैसे करनी है और इन्हें स्टोर कैसे किया जा सकता है। तो इसके लिए सही ये होगा कि इन बर्तनों के उपयोग के बाद इन्हें अच्छे से धोएं और उसे पूरा सूखा कर ही किसी सूखी जगह स्टोर करें। साथ इन बर्तनों को नमी और हवा के संपर्क से दूर रखें। आप लोहे के बर्तन की सतह पर तेल की एक छोटी मात्रा का उपयोग कर सकते हैं या उन्हें कागज या मलमल के कपड़े में लपेट कर रखॉ सकते हैं।

7. लोहे के अलावा किन बर्तनों में खाना पकाएं?

नॉन-स्टिक पैन में टेफ्लॉन (पॉलीटेट्राफ्लोरोइथिलीन) की एक कोटिंग होती है और हालांकि यह बहुत ही जहरीला नहीं होता है, तो इससे बेहतर है कि आप खाना स्टेनलेस स्टील के बर्तनों में खाना बनाएं। इसके अलावा आप कांस्य और मिट्टी के बर्तनों में भी खाना पका सकते हैं, लेकिन 12-सप्ताह के बाद लोहे के बर्तनों में खाना पकाएं।

आयरन न केवल आपको खाना पकाने के लिए एक अच्छी सतह प्रदान करता है, बल्कि ये आपके भोजन में बहुत आवश्यक आयरन पोषक तत्वों को भी जोड़ता है। लोहे के बर्तनों में खाना खाने का सबसे बड़ा फायदा ये है कि इसके उपयोग से ये कुछ माइक्रोन्यूट्रिएंट्स को रेड ब्लड सेल्स तक पहुंचाता है। ये लाल रक्त कोशिकाओं में एक प्रोटीन की मात्रा बढ़ाता है, जिसे मायोग्लोबिन कहते हैं। ये वो प्रोटीन है जो कि मांसपेशियों को ऑक्सीजन प्रदान करता है। इसके अलावा जब आपके शरीर को कुछ हार्मोन बनाने के लिए भी आयरन की आवश्यकता होती है तो ये फेफड़ों से ऑक्सीजन को शरीर के सभी हिस्सों में ले जाता है। इसके अलावा जब आप इसमें खाना पकाते हैं, तो ये आपको कम तेल की जरूरत पड़ती है।

तो, इस तरह कास्ट आयरन के बर्तन एक सही विकल्प हैं क्योंकि यह एल्यूमीनियम और स्टेनलेस स्टील के बर्तनों की तुलना में खाना पकाने में इस्तेमाल होने वाले तेल में कटौती कर सकता है। साथ ही इसमें आप आसानी से खा सकते हैं। तो, चाहे मीट हो, बीन्स हो या पालक हो आप इसे लोहे के बर्तनों में बनाएं और इसका दोगुना फायदा लें।

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