इस तरह आपको बीमार बना रहे हैं आपके किचन के बर्तन।

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इससे पहले कि आप होटल और रेस्टोरेंट में साफ-सफाई न होने की दुहाई दें, ज़रा अपने किचन के बर्तनों पर भी एक नज़र ज़रूर दौड़ाएं। आपके किचन में इस्तेमाल होने वाले पैन और केतली से लेकर कॉफी मग और कॉफी मेकर, ये सब आपको बीमार बना रहे हैं। कैसे? हम बताते हैं।

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मेलनीन बर्तन मज़बूत जरूर होते हैं लेकिन बहुत अधिक तापमान पर यह कट-फट ज़रूर सकते हैं। जब आप खाना रखने या खाना गर्म करने के लिए मेलनीन का इस्तेमाल करते हैं तो मेलनीन आपके खाने में घुल सकता है। अत्यधिक मात्रा में मेलनीन का भोजन में मौजूद होने से किडनी स्टोन और गुर्दे के फेल होने जैसी समस्याएं हो सकती हैं। हालांकि अगर आप मेलनीन में रखकर खाना गर्म नहीं करते तो खतरा थोड़ा कम है। मेलनीन की बजाय कीजिए तांबे का प्रयोग कर सकते हैं।

इस्तेमाल किया गया चॉपिंग बोर्ड

क्या आप एक ही चॉपिंग बोर्ड पर कच्चे चिकन के बाद सब्जियां भी काटते हैं? अगर हां, तो ऐसा न करें। इस तरह आप कच्चे मीट के कीटाणुओं को चॉपिंग बोर्ड और फिर सब्जियों में पहुंचने का रास्ता दे रहे हैं। दरअसल आपके चॉपिंग बोर्ड पर केवल 10 मिनट में बैक्टेरिया की संख्या दोगुनी हो सकती है, इसलिए कभी भी एक चीज काटने के बाद बिना साफ किए दूसरी चीज न काटें।

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नॉन-स्टिक बर्तनों की उधड़ी हुई कोटिंग

बहुत से लोगों को लगता है कि नॉन-स्टिक बर्तनों में खाना बनाने से वो खाने में तेल का प्रयोग कम कर रहे हैं। लेकिन जहां यह कुछ हद तक सही भी है, वहीं नॉन-स्टिक बर्तनों का बहुत अधिक उपयोग सेहत के लिए नुकसानदायक है। लगातार इस्तेमाल से इन बर्तनों की कोटिंग भोजन में घुल सकती है जो लीवर से संबंधित समस्याएं उत्पन्न कर सकती है। तो अगर आपको आपके बर्तनों में खरोंच दिखती है तो बेहतर है कि उन्हें फेंक दें।

कॉफी मेकर

क्या आप जानते हैं कि आपके दरवाजों की कुंडी से कहीं अधिक कीटाणु आपके कॉफी मेकर पर होते हैं। जी हां, कॉफी मेकर में यीस्ट और फंफूद होती है जो धीरे-धीरे बढ़ती ही जाती है। रिसर्च में पाया गया है कि अमेरिकी घरों में इस्तेमाल होनेवाली 10 में से 1 मशीन पर कॉलीफॉर्म बैक्टेरिया होता है। जो सेहत को बहुत अधिक नुकसान पहुंचाते हैं।

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लाल-पीले बर्तन

पुराने बर्तनों में आप जो दाग-धब्बे देखते हैं दरअसल वो बचा हुआ खाना ही है जो साफ नहीं हुआ। खासकर अल्युमिनियम के बर्तनों पर दिखने वाले इन दाग-धब्बों का कारण यही है कि ये बर्तन आसानी से साफ नहीं होते। 12 घंटों से अधिक समय के लिए बर्तनों में पड़ा खाना आसानी से साफ नहीं हो पाता इसलिए गंदे बर्तनों को यूं ही सिंक में पड़े न रहने दें और उन्हें जितना जल्दी हो धो कर रखें।

दाग लगे हुए कॉफी मग-कप

क्या आप उन दाग-धब्बों को मिटा नहीं पा रहें जो हर बार कॉफी उड़ेलने से पहले आपको कप पर दिखाई पड़ते हैं? आपको भले ही लगता है कि आपके कॉफी मग के किनारों पर बने वो ब्राउन रंग के दाग और छल्ले आपको नुकसान नहीं पहुंचाएंगे। इन मगों को साफ करने के लिए कठोर पानी का इस्तेमाल किए जाने पर उसमें मौजूद कैल्शियम कार्बोनेट का मिश्रण टैनिन के साथ दाग-धब्बों का निर्माण करता है जो कप की तली में बैठ जाता है। इस तरह के कपों में चाय-कॉफी पीने से आंत और पेट में समस्याएं हो सकती हैं। इससे छुटकारा पाने के लिए विनेगर (सिरका) और बेकिंग सोडा का घोल बनाकर इन्हें साफ करें।

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