अलसी के फायदे | अलसी के तेल का उपयोग | अलसी खाने का समय
अलसी किसे कहते हैं
मनुष्य द्वारा खाये जाने वाले सबसे पुराने खाद्य पदार्थों में से एक हैं अलसी के बीज। आज अलसी पूरे विश्व में विभिन्न प्रकार के व्यंजनों को बनाने के लिए इस्तेमाल की जाती है। इसका अखरोट जैसा स्वाद और सुगंध बहुत लोगों द्वारा पसंद किया जाता है। अलसी के फायदे
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अलसी का पौधा
पोषक तत्व
अलसी के बीज में तीन सबसे महत्वपूर्ण पोषक तत्व पाए जाते हैं – ओमेगा -3 फैटी एसिड, लिगनन और म्यूसिलेज। इसके अलावा, अलसी के बीज विटामिन बी 1, प्रोटीन, तांबा, मैंगनीज, मैग्नीशियम, फास्फोरस, जिंक और सेलेनियम के साथ-साथ घुलनशील और अघुलनशील फाइबर से भी युक्त होते हैं। अलसी के बीज लस मुक्त भी होते हैं।
नोट
यदि आपको गेहूं से एलर्जी है, तो अलसी के बीज आपके लिए एक मूल्यवान विकल्प हैं। अलसी बाज़ार में दो मुख्य रूप से उपलब्ध है – पीले और सुनहरे भूरे रंग में ये आसानी से साबुत, पिसे हुए, तेल या पूरक के रूप में बाजार में उपलब्ध है।
अलसी को कैसे खाएं
हमें प्रतिदिन 30 – 60 ग्राम अलसी का सेवन करना चाहिये। 30 ग्राम आदर्श मात्रा है।
अलसी खाने के विभिन्न तरीके
• अलसी को रोज मिक्सी के ड्राई ग्राइंडर में पीसकर आटे में मिलाकर रोटी, पराँठा आदि बनाकर खाना चाहिये।
• कैंसर में बुडविग आहार-विहार की पालना पूरी श्रद्धा और पूर्णता से करना चाहिये।
• इससे ब्रेड, केक, कुकीज, आइसक्रीम, चटनियाँ, लड्डू आदि स्वादिष्ट व्यंजन भी बनाये जाते हैं।
• अलसी को सूखी कढ़ाई में डालिये, रोस्ट कीजिये (अलसी रोस्ट करते समय चट चट की आवाज करती है) और मिक्सी से पीस लीजिये.. इन्हें थोड़े दरदरे पीसिये, एकदम बारीक मत कीजिये. भोजन के बाद सौंफ की तरह इसे खाया जा सकता है
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अलसी के असरकारी नुस्खे
अलसी का सेवन किस रोग में व कैसे करें
1 पाचन तंत्र को सही रखता है अलसी (Flax seeds For Digestion)
अलसी के बीज फाइबर निहित होते हैं, जो पाचन तंत्र को सही रखने में बहुत सहायक है।
2 वजन घटाने में अलसी के फायदे (Flax seeds For Weight Loss)
अलसी से मोटापा कम
अलसी में वसा फाइबर बहुत अधिक मात्र में पाया जाता हैं, जिससे हमे भूख कम लगती हैं और हमारा वजन तेजी से घटता हैं।
3 कोलेस्ट्रोल में अलसी के फायदे (Flax seeds For Cholesterol)
अलसी के बीज का नयमित रूप से सेवन करने से ख़राब कोलेस्ट्रोल को कम करने में बहुत मदद मिलती हैं। अलसी में घुलनसील फाइबर पाया जाता हैं जो कोलेस्ट्रोल को नियंत्रित रखता हैं।
नोट
अलसी के बीज का सेवन करने से आप हर उम्र में जवान दिखाई देंगे।
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4 गठिया, संधिवात, सूजन, जोड़ों की सूजन में अलसी के फायदे (Flax seeds For Swelling, Arthritis Joint Pain)
अलसी की पुल्टिस का प्रयोग गले एवं छाती के दर्द, सूजन तथा निमोनिया और पसलियों के दर्द में लगाकर किया जाता है।
इसके साथ यह चोट, मोच, गठिया, संधिवात, सूजन, जोड़ों की सूजन, शरीर में कहीं गांठ या फोड़ा उठने पर लगाने से शीघ्र लाभ पहुंचाती है।
यह श्वास नलियों और फेफड़ों में जमे कफ को निकाल कर दमा और खांसी में राहत देती है।
अलसी के चमत्कार
5 मलाशय की शुद्धि और किडनी में अलसी के फायदे (Flax seeds For Kidney)
इसकी बड़ी मात्रा विरेचक तथा छोटी मात्रा गुर्दो को उत्तेजना प्रदान कर मूत्र निष्कासक है। यह पथरी, मूत्र शर्करा और कष्ट से मूत्र आने पर गुणकारी है।
प्रयोग 1
अलसी के तेल का धुआं सूंघने से नाक में जमा कफ निकल आता है और पुराने जुकाम में लाभ होता है। यह धुआं हिस्टीरिया रोग में भी गुण दर्शाता है।
प्रयोग 2
अलसी के काढ़े से एनिमा देकर मलाशय की शुद्धि की जाती है।
प्रयोग 3
उदर रोगों में इसका तेल पिलाया जाता हैं।
6 पथरी, सुजाक एवं पेशाब की जलन में अलसी के फायदे (Flax seeds For Stone Urine Problems)
प्रयोग 1
अलसी के तेल और चूने के पानी का इमल्सन आग से जलने के घाव पर लगाने से घाव बिगड़ता नहीं और जल्दी भरता है।
प्रयोग 2
पथरी, सुजाक एवं पेशाब की जलन में अलसी का फांट पीने से रोग में लाभ मिलता है। अलसी के कोल्हू से दबाकर निकाले गए (कोल्ड प्रोसेस्ड) तेल को फ्रिज में एयर टाइट बोतल में रखें।
अलसी के गुण इन हिंदी
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7 स्नायु रोगों, कमर एवं घुटनों के दर्द में अलसी के फायदे (Flax seeds For Back Pain & Back Pain)
प्रयोग 1
स्नायु रोगों, कमर एवं घुटनों के दर्द में यह तेल पंद्रह मि.ली. मात्रा में सुबह-शाम पीने से काफी लाभ मिलेगा।
प्रयोग 2
इसी कार्य के लिए इसके बीजों का ताजा चूर्ण भी दस-दस ग्राम की मात्रा में दूध के साथ प्रयोग में लिया जा सकता है। यह नाश्ते के साथ लें।
8 बवासीर, भगदर, फिशर में अलसी के फायदे (Flax seeds For Piles)
बवासीर, भगदर, फिशर आदि रोगों में इसे लेने से पेट साफ हो मल चिकना और ढीला निकलता है। इससे इन रोगों की वेदना शांत होती है।
क्या करें
अलसी का तेल (एरंडी के तेल की तरह) ले।
9 गले व श्वास नली का कफ
इससे गले व श्वास नली का कफ पिघल कर जल्दी बाहर निकल जाएगा। मूत्र भी खुलकर आने लगेगा।
क्या करें
अलसी के बीजों का मिक्सी में बनाया गया दरदरा चूर्ण पंद्रह ग्राम, मुलेठी पांच ग्राम, मिश्री बीस ग्राम, आधे नींबू के रस को उबलते हुए तीन सौ ग्राम पानी में डालकर बर्तन को ढक दें। तीन घंटे बाद छानकर पीएं।
10 डायबिटीज में अलसी के फायदे (Flax seeds For Diabetes)
डायबिटीज के रोगी को कम शर्करा व ज्यादा फाइबर खाने की सलाह दी जाती है।
क्या करें
सुबह शाम अलसी की रोटी खायें (जहां अलसी और गैहूं बराबर मात्रा में हो)।