कमर दर्द का कारण और इसका परमानेंट इलाज, पुराने से पुराने दर्द में भी लाभकारी, जरूर पढ़ें

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लोअर बैक यानि कमर में दर्द होने पर आप क्या करते हैं? हो सकता है आप गर्म पानी के बैग से सिकाई करते हों, बाम लगाते हों या पेनकिलर लेते होंगे। मशहूर आर्थोपेडिक सर्जन डॉक्टर समरजीत चक्रवर्ती के अनुसार, लोअर बैक में दर्द होना कई जटिलताओं का संकेत हो सकता है, इसलिए आपको इन बातों को जानना बहुत ज़रूरी है। लोग अक्सर पीठ के निचले हिस्से के दर्द को अनदेखा कर देते हैं। वास्तव में डॉक्टर को भी इसके कारण का पता लगाने में परेशानी हो सकती है। हालांकि मरीजों के चेहरे के भाव, दर्द की अवधि और रोजाना की गतिविधियों के द्वारा एक निश्चित सीमा तक इस दर्द की गंभीरता का आंकलन करने में मदद मिल सकती है। बैक पैन मांसपेशियों और हड्डियों की संरचना के कामकाज में विकार के कारण भी हो सकता है। इसके अलावा किडनी स्टोन, डिस्क प्रोलेप्स, हार्ट फेल या ऑस्टियोआर्थराइटिस जैसे रोगों के कारण भी कमर में दर्द हो सकता है।

  हार्ट अटैक आने पर 1 मिनट में इस तरह करें इसका इलाज, जिससे रोगी की जान बच सकती ||

अवधि और तीव्रता के आधार पर कमर दर्द का आंकलन

पीठ में तेज दर्द

ये कम अवधि के लिए लेकिन तेज होने वाला दर्द होता है।

साइऐटिका

अगर दर्द बढ़ता हुआ पैरों में जा रहा है तो ये साइऐटिका का संकेत हो सकता है।

पीठ में लगातार दर्द

जब दर्द लंबी अवधि और तीव्रता में वृद्धि या कमी के साथ होता है।

कोक्सीडैनिया

अगर आप टेलबोन (कोक्सीक्स) में दर्द का अनुभव करते हैं, तो आप कोक्सीडैनिया से पीड़ित हो सकते हैं।

■  सुबह खाली पेट इसके सिर्फ़ 5 पत्तों को 1 गिलास गर्म पानी के साथ लेने से घिसे हुए घुटनो में चिकनाई आजाती है, गठिया और जोड़ों के दर्द को जड़-मूल से ख़त्म करता है

लोअर बैक पैन के कारण

मसल्स में खिचांव

ये लोअर बैक पैन के सबसे आम कारणों में से एक है। मसल्स में ऐंठन होना शुरुआत में पता चल सकता है लेकिन कुछ हफ्ते के भीतर ये पता नहीं चल पाता है।

ऑस्टियोपोरोसिस

यह आर्थोपेडिक समस्याओं का कारण बन सकता है। ऑस्टियोपोरोसिस से पीठ दर्द सबसे अधिक रीढ़ के जोड़ में फ्रैक्चर से संबंधित है।

डिस्कोजेनिक बैक पैन

इंटरवर्टिब्रल डिस्क का डैमेज होना पीठ दर्द का कारण बन सकता है। ज्यादातर मामलों में डिस्क रीढ़ के जोड़ से बाहर नहीं फैलती हैं। इसमें दर्द तेज होता है।

लंबर स्पाइन आर्थराइटिस

गठिया सबसे अधिक घुटनों और उंगलियों जैसे जोड़ों को प्रभावित करता है। स्पाइन में आर्थराइटिस दर्द का कारण बन सकता है।

स्पाइनल स्टेनोसिस

ये समस्या बुजुर्गों को ज्यादा होती है। उम्र बढ़ने पर स्पाइनल कैनाल गठिया या अन्य परिस्थितियों की वजह से संकरा हो जाता है और बदले में पीठदर्द का कारण बन सकता है।

■  पीठ दर्द होने पर करें ये रामबाण और अचूक उपाय, मिनटों में मिलेगा दर्द से छुटकारा

लोअर बैक पैन को ऐसे रोका जा सकता है

  • अगर आप मोटे हैं तो वजन घटाने का प्रयास करें।
  • बैक पैन होने पर आगे झुकने से बचें।
  • बैठते समय अच्छी मुद्रा बनाए रखें।
  • झटके वाली एक्सरसाइज़ से बचें।
  • भारी सामान ना उठाएं।
■  सिर्फ हस्त मुद्राओ द्वारा लगभग 100 रोगों का ईलाज संभव है वो भी आपके हाथो में, जानना चाहोगे कैसे?

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