हाथ पैरो मे सुन्नपन या झनझनाहट होती है ये 3 चीजें खाना शुरू कर दें | Diet for Numbness in Hands and legs

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jhanjhanahat

अक्सर जब आप रात में सो रहे होते हैं, तो एक तरफ के हाथ-पैर सुन्न पड़ जाते हैं। इसी तरह एक ही अवस्था में बैठ कर देर तक काम करने से भी हाथ-पैर सुन्न हो जाते हैं। यह समस्या अक्सर तब होती है जब हाथ-पैरों पर दबाव पड़ता है, तंत्रिका में चोट लगती है।

आजकल जिस तरह जीवन-शैली बदली है, उसमें खानपान से लेकर चलने-फिरने, उठने-बैठने तक पर असर पड़ा है। इसकी वजह से स्वास्थ्य संबंधी अनेक परेशानियां पैदा होती हैं। उन्हीं परेशानियों में एक हाथ-पैरों का सुन्न होना भी है। अक्सर जब आप रात में सो रहे होते हैं, तो एक तरफ के हाथ-पैर सुन्न पड़ जाते हैं। इसी तरह एक ही अवस्था में बैठ कर देर तक काम करने से भी हाथ-पैर सुन्न हो जाते हैं। यह समस्या अक्सर तब होती है जब हाथ-पैरों पर दबाव पड़ता है, तंत्रिका में चोट लगती है, ठंडी चीजों और शराब का अधिक सेवन करते हैं, धूम्रपान करते हैं। इसके अलावा डायबिटीज, थकान, विटामिन बी या मैग्नीशियम जैसे पोषक तत्वों की कमी भी इस समस्या के कारण हो सकते हैं। यह किसी बड़ी और गंभीर बीमारी का संकेत भी हो सकता है। लेकिन अगर थोड़ी सावधानी बरती जाए तो इस समस्या से छुटकारा पाया जा सकता है।

घरेलू नुस्खे

हाथ-पैरों के सुन्न होने का सामान्य कारण रक्त प्रवाह का बाधित होना है। इसके अलावा रीढ़ की हड्डी से होकर गुजरने वाली किसी नस के दब जाने से भी यह समस्या पैदा होती है। अगर रक्त प्रवाह में बाधा उत्पन्न होने की वजह से हाथ-पैर सुन्न हो रहे हैं, तो उन्हें कुछ घरेलू उपाय आजमा कर ठीक किया जा सकता है।

सिंकाई करें

सिंकाई से हाथ-पैरों को सुन्न होने से बचाया जा सकता है। इसके अलावा जैतून, नारियल या सरसों के तेल से मालिश करने से भी काफी आराम मिलता है। इन तेलों की मालिश शरीर में रक्त प्रवाह को बढ़ाती है। सबसे पहले प्रभावित हिस्से पर गरम पानी का सेंक करें। यह सुन्न हिस्से में रक्त की आपूर्ति बढ़ाने में मदद करता है। इसके अलावा, यह उस हिस्से की मांसपेशियों और नसों को आराम देता है। एक साफ कपड़े को गरम पानी में भिगो कर पांच-सात मिनट के लिए प्रभावित जगह को सेंके। सुन्नपन दूर होने तक इस उपाय को कई बार दोहराएं। आप चाहें तो गरम पानी से स्नान या परेशानी को दूर करने के लिए हीटिंग पैड का उपयोग भी कर सकते हैं।

मालिश करें

हाथ या पैर में सुन्नपन आने पर मालिश इस समस्या से निपटने का सबसे आसान और सरल तरीका है। यह रक्त संचार को बढ़ाता है, जिससे सुन्नता में कमी आती है। इसके अलावा यह मसल्स और नसों को प्रोत्साहित कर समग्र कामकाज में सुधार करता है। अपने हाथों में गरम जैतून, नारियल या सरसों का तेल लेकर इसे सुन्न हिस्से में लगा कर पांच मिनट के लिए गोल-गोल घुमाते हुए अपनी उंगालियों से मालिश करें। जरूरत पड़ने पर इस उपाय को दोहराएं।

व्यायाम करें

व्यायाम शरीर के विभिन्न अंगों में रक्त संचार और ऑक्सीजन में सुधार करता है, जिससे हाथ और पैर सहित शरीर के किसी भी अंग में सुन्नपन, झनझनाहट को रोकने में मदद मिलती है। इसके अलावा नियमित रूप से व्यायाम गतिशीलता में सुधार और कई स्वास्थ्य समस्याओं से बचाता है। रोजाना पंद्रह मिनट हाथों और पैरों का सरल व्यायाम करना चाहिए। इसके अलावा हफ्ते में पांच दिन के लिए तीस मिनट एरोबिक्स करें, ताकि आप हमेशा स्वस्थ बने रहें। रक्त संचार में सुधार करने के लिए नियमित आधार पर साइकिलिंग, जॉगिंग और स्वीमिंग कर सकते हैं।

हल्दी का सेवन करें

हल्दी में मौजूद कुरकुर्मीन नाम का तत्व पूरे शरीर में रक्त संचार में सुधार करने में मदद करता है। इसके अलावा, इसमें मौजूद एंटी-इंफ्लेमेंटरी गुण प्रभावित हिस्से में दर्द और परेशानी कम करने में मदद करता है। समस्या होने पर एक गिलास दूध में आधा चम्मच हल्दी मिला कर हल्की आंच पर पकाएं। फिर इसमें थोड़ा-सा शहद मिला कर दिन में एक बार पीने से रक्त संचार में सुधार होता है। आप हल्दी और पानी से बने लेप से प्रभावित हिस्से पर मालिश भी कर सकते हैं।

दालचीनी का उपयोग

दालचीनी में महत्त्वपूर्ण विटामिन बी के साथ मैग्नीज और पोटैशियम सहित कई प्रकार के रसायन और पोषक तत्व होते हैं। ये पोषक तत्व हाथ और पैर में रक्त संचार को बढ़ा कर हाथ और पैर की सुन्नता को दूर करने में मदद करते हैं। विशेषज्ञ अच्छी तरह से रक्त संचार के लिए नियमित रूप से दो से चार ग्राम दालचीनी लेने की सलाह देते हैं। एक गिलास गुनगुने पानी में एक चम्मच दालचीनी पाउडर मिला कर नियमित रूप से सेवन करें। या एक चम्मच दालचीनी के पाउडर में थोड़ा-सा शहद मिला कर नियमित रूप से कुछ हफ्तों के लिए ले सकते हैं। इन उपायों को आजमाने के बाद भी अगर परेशानी दूर नहीं होती है, तो डॉक्टर की सलाह लें और गहन जांच कराने के बाद चिकित्सा लें।

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