नीलगिरी का तेल एक प्राकृतिक पीड़ानाशक है जो जोड़ों और शरीर के दर्द से मुक्ती दिलाता है। इसको गरम पानी में डालकर नहाने से शरीर और दिमाग दोनों को आराम मिलता है।कुछ लोग अच्छे रिजल्ट के लिए इस तेल के साथ लेवेंडर का तेल भी मिला कर प्रयोग करते हैं।
■ नाभि में लगाए ये एक चीज, होगा ऐसा असर की जिंदगी भर दवाइयों की जरूरत नहीं होगी
शरीर की देखभाल
नीलगिरी के तेल को आंटे या फिर मुल्तानी मिट्टी के साथ मिला कर स्क्रब के रुप में भी इस्तमाल किया जा सकता है। यह चिपचिपा रहित तेल आपकी त्वचा को पोषण देगा तथा आपके शरीर को कोमल और सुंदर बनाएगा।
हेल्थ से जुड़ी सारी जानकारियां जानने के लिए तुरंत हमारी एप्प इंस्टॉल करें। हमारी एप को इंस्टॉल करने के लिए नीले रंग के लिंक पर क्लिक करें –
http://bit.ly/ayurvedamapp
मसाज
- इससे आराम से मसाज हो जाती है।
- नीलगिरी के तेल से मसाज करने से त्वचा कोमल बनती है और स्ट्रेच मार्क्स तथा दाग धब्बे दूर होते हैं। कंधे और पीठ की मसाज के लिए विटामिन ई युक्त निलगिरी का तेल इस्तमाल करना चाहिए।
■ सोने से पहले करें इन पॉइंट्स की मसाज, मिलेगा इन रोगों से जड़ से छुटकारा
आफ्टर शेव
- यह एंटी बैक्टीरियल, एंटीफंगल और एंटीवाइरल के रुप में भी काम करता है। यह त्वचा की कुछ गंभीर बीमारियों को भी ठीक करने में असरदार है।
हमारे यूट्यूब चैनल को SUBSCRIBE करने के लिए लाल रंग के लिंक पर क्लिक करें –
http://bit.ly/30t2sCS
- शेव करने के बाद कुछ बूंदे निलगिरी के तेल की लगाने से त्वचा कोमल होती है।
सर दर्द और बुखार
- गर्म पानी में इस तेल की 3-४ बुँदे डालकर भाप लेने से जुकाम ठीक होता है|
- सर दर्द और बुखार आने पर इसकी मालिश सर ,सीने और पैर के तलवे में मालिश करने से आराम मिलता है|