इस भागती-दौड़ती जिंदगी में स्वस्थ कौन नहीं रहना चाहता. काम के साथ-साथ अगर स्वास्थ्य भी बना रहे, तो चिंताएं कम हो जाती हैं. हमारी व्यस्त जीवनशैली का सबसे ज्यादा असर हमारे खाने-पीने के समय और व्यायाम की आदतों पर पड़ता है, जिसका परिणाम कई बीमारियों और खासकर मोटापे के तौर पर सामने आता है.
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ऐसे में अगर दिनभर में पी जाने वाली चाय से ही स्वास्थ्यवर्धक गुण मिल जाएं, तो स्वस्थ बने रहना आसान होगा. ग्रीन टी आपके लिए इन समस्याओं का समाधान लेकर आ सकती है. कई अध्ययनों में पाया गया है कि ग्रीन टी से आपको वजन कम करने के साथ-साथ और भी कई बीमारियों से छुटकारा पाने में मदद मिल सकती है.
चलिए आज हम भी आपसे घर पर ग्रीन टी बनाने की विधि शेयर करेंगें जिससे आप भी इसे आसानी से बनाकर तैयार कर सकें तो आईये आज हम स्वादिष्ट और पौष्टिक ग्रीन टी बनायेंगें-
सामग्री-
ग्रीन टी पत्ती (- 1 चम्मच
पानी- डेढ़ कप
इलाइची पाउडर -1-2 पिंच
चीनी या शहद– 1 चम्मच या फिर स्वादानुसार
विधि-
ग्रीन टी बनाने के लिये सबसे पहले एक पैन में पानी डालकर गरम करने के लिये गैस पर रखें जब पानी में उबाल आ जाए तब उबलते हुये पानी में ग्रीन टी पाउडर डालकर गैस बंद दें और पैन को एक प्लेट से ढक दें जिससे ग्रीन टी पाउडर फ्लेवर पानी में अच्छी तरह से आ जाये अब करीब 2 मिनट के बाद ग्रीन टी को एक छन्नी की सहायता से एक कप में छानकर निकाल लें और अब इस छनी हुई चाय में अपने स्वाद के अनुसार चीनी या फिर शहद और इलाइची पाउडर को डालकर चम्मच से अच्छी तरह मिक्स कर लें-स्वादिष्ट और पौष्टिक ग्रीन टी बनकर तैयार गयी है-
आप ग्रीन टी को हल्का गुनगुना या फिर ठंडा करके सर्विंग कप में निकालकर सर्व करें-ग्रीन टी एंटी ऑक्सीडेंट की तरह काम करती है-
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यहां हम आपको ग्रीन टी से होने वाले स्वास्थ्य लाभों की जानकारी दे रहे हैं:
वजन कम होना
ग्रीन टी में मेटाबॉलिज्म होता है. इसमें पाया जाने वाला पॉलीफेनल फैट आॅक्सीडेशन का स्तर बढ़ा देता है और खाने को कैलरीज में बदलने की गति को बढ़ा देता है. कई अध्ययनों में यह बात सामने आई है कि ग्रीन टी शरीर में चर्बी घटाने में मदद करती है. इसका असर खासकर की पेट के आसपास के हिस्से पर होता है.
डायबिटीज
ग्रीन टी खाना खाने के बाद ब्लड शुगर के बढ़ने को कम करके ग्लूकोज का स्तर नियमित करने में मदद करती है. यह इंसुलन के स्तर को बढ़ने से रोकती है और चर्बी इकट्ठा नहीं होने देती.
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दिल की बीमारी
वैज्ञानिकों के अनुसार यह रक्त वाहिकाओं की भीतरी सतह पर काम करती है और उन्हें आराम देती है और ब्लड प्रेशर में बदलाव के साथ ढलने में मदद करती है. यह क्लॉट्स बनने देने से भी रोकती है, जो हृयदाघात का प्रमुख कारण बनता है.
कॉलेस्ट्रॉल
ग्रीन टी खून में खराब कॉलेस्ट्रॉल को कम रती है और खराब से अच्छे कॉलेस्ट्रॉल के अनुपात में सुधार करती है.
त्वचा की देखभाल
प्रदूषण और ठीक से आराम न कर पाने का हमारी त्वचा को काफी नुकसान होता है. ग्रीन टी झुर्रियों और बुढ़ापे की निशानियों को कम करने में मदद करती है. ऐसा एंटी-आॅक्सीडेंट और एंटी इंफ्लेमेट्री गतिविधियों के कारण होता है. कई अध्ययनों में यह भी पाया गया है कि ग्रीन टी सूर्य की किरणों से भी त्वचा को बचाने में मदद करती है.
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मृत्यु दर को कम करने में
शोध द्वारा ज्ञात हुआ कि ग्रीन टी पीने वालों को मृत्यु का खतरा अन्य की अपेक्षा कम रहता हैं | ग्रीन टी से हृदय रोगियों को राहत मिलती हैं इससे हार्ट अटैक का खतरा कम होता हैं | और आज के समय में हार्ट अटैक से ही अधिक मृत्यु होती हैं जिस पर उम्र का कोई बंधन नहीं रह गया हैं | इस तरह ग्रीन टी मृत्यु दर को कम करती हैं |
कैंसर
एक शौध के अनुसार ग्रीन टी से ब्रेस्ट कैंसर की बीमारी का खतरा 25 % तक कम होता हैं |यह कैंसर विषाणुओं को मारता हैं और शरीर के लिए आवश्यक तत्व को शरीर में बनाये रखता हैं |
ब्लडप्रेशर
ग्रीन टी के सेवन से शरीर का ब्लड प्रेशर नियंत्रित रहता हैं क्यूंकि यह कॉलेस्ट्रोल के लेवल को बनाये रखता हैं |
अल्जेरिया एवम पार्किन्सन जैसे रोगियों के लिए
ग्रीन टी के सेवन से अल्जेरिया एवम पार्किन्सन जैसी बीमारियाँ धीरे-धीरे बढ़ती हैं |ग्रीन टी ब्रेन सेल्स को बचाती हैं |और डैमेज सेल्स को रिकवर करते हैं |
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दांत के लिए
ग्रीन टी में केफीन होता हैं जो दांतों में लगे कीटाणुओं को मारता हैं, बेक्टेरिया को कम करता हैं | इससे दांत सुरक्षित होते हैं |
मानसिक शांति
ग्रीन टी में थेनाइन होता हैं जिससे एमिनो एसिड बनता हैं जो शरीर में ताजगी बनाये रखता हैं इससे थकावट दूर होती हैं और मानसिक शांति मिलती हैं |
ग्रीन टी में केफीन की मात्रा अधिक होती हैं अतः इसका अत्यधिक सेवन हानिकारक हो सकता हैं | केफीन की अधिक मात्रा मेटाबोलिज्म बढाती हैं जिससे कई लाभ मिलते हैं जो उपर दिए गये हैं लेकिन अधिक मात्रा में केफीन भी शरीर के लिए गलत हो सकता हैं | खासतौर पर गर्भवती महिला या जो महिलायें गर्भ धारण करना चाहती हैं उनके लिए ग्रीन टी सही नहीं हैं क्यूंकि इससे आयरन और फोलिक एसिड कम होता हैं |
ग्रीन टी को अदरक, नींबू एवम तुलसी के साथ लेना और भी फायदेमंद होता हैं | ऐसा नहीं हैं कि ग्रीन टी में केफीन होने से इसके सारे गुण अवगुण हो जाए लेकिन किसी भी चीज की अधिकता नुकसान का रूप ले लेती हैं |
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ग्रीन टी के नुकसान
ऐसे तो ग्रीन टी बहुत फायदेमंद हैं लेकिन इसमें केफीन की मात्रा सदैव संदेह में डालती हैं | ग्रीन टी के कुछ नुकसान भी हो सकते हैं |
- ग्रीन टी के अधिक सेवन से इसकी आदत हो जाती हैं और फिर न मिलने पर मन चिड़चिड़ा हो जाता हैं, थकावट लगती हैं |
- ग्रीन टी से नींद कम हो जाती हैं |
- ग्रीन टी से भूख में भी कमी हो जाती हैं |
- ग्रीन टी कम उम्र के बच्चो के लिए यह ठीक नहीं हैं यह बढ़ती उम्र के लिए गलत साबित हो सकती हैं |
- ग्रीन टी उन महिलाओं के लिए भी नुकसानदेह हैं जो गर्भ धारण करना चाहती हैं |
- ग्रीन टी गर्भवती महिलाओं के लिए बहुत अधिक हानिकारक होती हैं |
- ग्रीन टी से भूख कम लगती हैं जिससे बच्चे को भी पोषक तत्व नहीं मिलते |
- ग्रीन टी के सेवन से बच्चे के वजन में कमी आती हैं |
- ग्रीन टी के सेवन से भ्रूण की मृत्यु भी हो जाती हैं |
- बच्चे की प्री मिच्युर डेलिवेरी भी हो सकती हैं |
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ग्रीन टी के फायदे एवम नुकसान जानने के बाद ही आप निर्णय ले कि यह आपको पीना चाहिये या नहीं | अगर आप रोजाना टी लेते ही हैं तो आप उसे आसानी से ग्रीन टी से रिप्लेस कर सकते हैं | रोजाना दो कप ग्रीन टी शरीर को कभी नुकसान नहीं पहुँचाती बल्कि इससे वजन कम होता हैं साथ ही उर्जा भी मिलती हैं | ग्रीन टी भी दूसरी चाय की तरह आपको ताजगी देती हैं लेकिन इसके अन्य कई फायदे हैं | खासतौर पर यह वजन कम करने में सहायक होती हैं क्यूंकि इससे मेटाबोलिज्म बढ़ता हैं जिससे भोजन वसा के बजाये, उर्जा में ज्यादा बदलता हैं जिससे वजन नियंत्रित रहता हैं | साथ ही यह भूख को कम करता हैं | यह उनके लिए फायदेमंद हैं जो ज्यादा कैलोरी खाते हैं और जिनका वजन अधिक हैं लेकिन यह गुण बढ़ती उम्र के बच्चों एवम गर्भवती महिलाओं के लिए सही नहीं हैं क्यूंकि इस वक्त बढ़ती उम्र के बच्चो को प्रॉपर डाइट की जरुरत हैं |गर्भवती महिला को भी अपने बच्चे के लिए प्रॉपर डाइट लेना जरुरी हैं ऐसे में ग्रीन टी उनके लिए सही नहीं हैं |
आज के टाइम में लोगो का अपने स्वास्थ्य के प्रति रुझान बढ़ता जा रहा हैं लेकिन नियमित योग या एक्सरसाइज़ करने का वक्त वे नहीं निकाल पाते | ऐसे में ग्रीन टी जैसे प्रोडक्ट उनकी मदद करते हैं जो उनके शरीर को कई बिमारियों से बचाते हैं |
ग्रीन टी एक बेहतर उपाय हो सकता हैं लेकिन अगर ग्रीन टी और नियमित शारीरिक वर्कआउट की तुलना की जाए तो मैं और कई एक्सपर्ट आपको शरीरिक वर्कआउट करने को ही कहेंगे क्यूंकि उसके कोई नुकसान नहीं हैं और फायदे इतने की आप सोच भी नहीं सकते | योग का अपना एक महत्व हैं जिन्हें इस तरह के प्रोडक्ट रिप्लेस नहीं कर सकते हैं लेकिन हाँ अगर आप टी लेते ही हैं और उसे ग्रीन टी से रिप्लेस करना चाहते हैं तो यह बहुत अच्छा सोच रहे हैं क्यूंकि रोजाना ली जाने वाली टी केवल आपकी मन की शांति के लिए होती हैं जबकि ग्रीन टी के बहुत फायदे हैं बशर्ते इसे अधिक ना ले |